खून नालियों में नहीं, जीवन के लिए खून नाड़ियों में बहे
पठानकोट व होशियारपुर जोन के जोनल इंचार्ज महात्मा मनोहर लाल शर्मा के दिशानिर्देशों व कोटली मुगलां ब्रांच के संचालक महात्मा अनिल कुमार की अध्यक्षता में कैंप आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, पठानकोट :
पठानकोट व होशियारपुर जोन के जोनल इंचार्ज महात्मा मनोहर लाल शर्मा के दिशानिर्देशों व कोटली मुगलां ब्रांच के संचालक महात्मा अनिल कुमार की अध्यक्षता में कैंप आयोजित किया गया। इसमें पठानकोट जोन के जोनल इंचार्ज महात्मा मनोहर लाल शर्मा मुख्य रूप से शामिल हुए। जबकि, विधायक जोगिदर पाल, क्षेत्रीय संचालक महात्मा सूरज मोहन कालरा विशेष रूप रूप में पहुचे। कैंप का शुभारंभ जोनल इंचार्ज महात्मा मनोहर लाल शर्मा ने रिबन काट कर किया। जोनल इंचार्ज महात्मा मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि कोविड-19 में सरकार की हिदायतों की पालना करते हुए कोटली मुगलां ब्रांच मे संतों के सहयोग से ब्लड कैंप लगाया गया है। बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का संदेश रक्त नालियों में नहीं बल्कि नाड़ियों में बहना चाहिए को सार्थक करने के लिए श्रद्धालु भक्त-जनों ने इस सेवा में अधिक बढ़ - चढ़ कर भाग लिया है। उन्होंने कहा कि रक्तदान का संसार में कोई विकल्प नहीं है और निरंकारी मिशन हमेशा इस महायज्ञ में योगदान दे रहा है। क्षेत्रीय संचालक महात्मा सूरज मोहन कालड़ा ने बताया कि पठानकोट के प्रमुख सिविल अस्पताल में बीते महीनों से ब्लड की भारी कमी आ रही है। इसके चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। मानवता की सेवा करना निरंकारी मिशन का प्रमुख उद्देश्य है। सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज की अपार कृपा से बीते करीब तीन महीनों में जोन के जिला पठानकोट में तीन पठानकोट भवन,तारागढ़ भवन,अब कोटली मुगलां भवन में ब्लड केम्प लगाए गए है । विधायक जोगिदर पाल ने निरंकारी मिशन की सराहना करते हुए बताया कि कोविड-19 की मुश्किल घड़ी में मिशन के अनुयायियों धारा रक्तदान करके जो साहस दिखाया है वह सराहनीय है। पठानकोट ब्लड बैंक के इंचार्ज डा. माधवी ने बताया कि हर बार की तरह निरंकारी मिशन के इस कैंप में भी ब्लड बैंक को बढ़ी राहत मिली है। इस कैंप में पठानकोट ब्लड बैंक ने 135 ब्लड यूनिट प्राप्त किये हैं। इस मौके पर संचालक महात्मा अनिल कुमार,संचालिका महात्मा कमलेश कुमारी,शिक्षक महात्मा शाम लाल,शिक्षिका महात्मा अंजू देवी,ब्लड इंचार्ज महात्मा लक्षमण दास उपस्थित थे।