भाजपा कार्यकारिणी सदस्य की फेक आइडी बनाकर कार्यकर्ता व रिश्तेदारों से मांगे पैसे
ठग गिरोह ने अब ठगी करने का नया पैंतरा शुरू कर दिया है। इंटरनेट मीडिया पर गणमान्य राजनीतिक बिजनेस मैन और प्रबुद्ध लोगों की फेक आइडी बनाकर ठगी करने का नया रास्ता चुना है।
संवाद सहयोगी, पठानकोट :
ठग गिरोह ने अब ठगी करने का नया पैंतरा शुरू कर दिया है। इंटरनेट मीडिया पर गणमान्य, राजनीतिक, बिजनेस मैन और प्रबुद्ध लोगों की फेक आइडी बनाकर ठगी करने का नया रास्ता चुना है। शनिवार रात को इस गिरोह ने प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य व गुरदासपुर के जिला प्रभारी अनिल रामपाल की फेसबुक पर फेक आइडी बनाकर दस से अधिक लोगों से दस से 20 हजार रुपये की राशि मांगी। अच्छी बात यह रही कि लोगों ने राशि देने से पहले उनको फोन कर इसका कारण पूछा। इसके बाद इस पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ। रविवार दोपहर उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। इस आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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अमृतसर, पठानकोट व अन्य जिलों से आए दोस्तों के फोन
अनिल रामपाल ने बताया कि बीती रात वह अपने घर पर थे। इसी दौरान उन्हें पहले पठानकोट और बाद में अमृतसर व अन्य जिलों से भी कुछेक दोस्तों व रिश्तेदारों के फोन आने शुरू हो गए। लोगों ने उन्हें पैसे की जरूरत संबंधी जब पूछा तो वह आश्चर्यचकित रह गए। दोस्तों ने पूछा कि आखिरकार किस जरूरी काम से पैसे की जरूरत पड़ गई। पैसों संबंधी पूछा तो पता चला कि किसी व्यक्ति ने फेक आइडी बनाकर 10 हजार रुपये से लेकर 20 हजार रुपये की डिमांड की जा रही है। साथ ही कहा जा रहा है कि ये पैसा सुबह वह वापस कर देंगे। उनकी ओर से तत्काल इस बात की सूचना पुलिस के आला अफसरों को दी गई। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत देने को कहा।
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पहले भी हो चुके हैं इस प्रकार के मामले
पेट्रोल पंप लगवाने के नाम पर ठगे 10 लाख रुपये
बमियाल एरिया में कुछ दिन पहले गांव जनियाल के एक व्यक्ति को फोन आया तथा कहा गया कि कंपनी की ओर से उनकी जमीन पर पेट्रोल पंप लगाया जा सकता है। ऐसे में यदि वह इच्छुक है तो उनके खाते में 10 लाख रुपये डाल दें। व्यक्ति की ओर से धीरे-धीरे कब जब सारा पैसा डाल दिया गया साइबर सेल इस मामले की तफ्तीश कर रहा है।
दूसरा मामला
वीआइपी नंबर दिलाने के नाम पर 44 हजार ठगे
वीआइपी नंबर दिलाने के नाम पर 44 हजार रुपये की ठगी का मामला भी पुलिस अभी हल नहीं कर पाई है। पठानकोट निवासी गौरव ने बताया कि उसे किसी व्यक्ति ने मैसेज किया। कहा कि यदि वीआइपी नंबर लेना है तो उससे संपर्क किया जा सकता है। गौरव के अनुसार उसने इस नंबर के बदले नौसरबाज के खाते में 44 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये, परंतु न तो उसे नंबर मिला व न ही उसके खाते में पैसा वापस आया।
तीसरा मामला
सेना का जवान बताकर लगाई चपत
दो सप्ताह पहले मोहल्ला रामपुरा में एक युवक से ओएलएक्स पर एक्टिवा खरीदते ही उसके साथ नौ हजार रुपये की ठगी की गई। ठगी करने वाले शातिर ने खुद को आर्मी का जवान बताया तथा पैसे लेकर नौ दो ग्यारह हो गया। पीड़ित रमन कुमार ने बताया कि उसने ओएलएक्स पर एक एक्टिवा का विज्ञापन देखा। इसके बाद उसने उक्त व्यक्ति से एक्टिवा खरीदने की बात को लेकर संपर्क किया।
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साइबर क्राइम सेल से करवाई जा रही है जांच
डीएसपी सिटी राजेंद्र मन्हास ने बताया कि अनिल रामपाल की ओर से दी गई लिखित शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। ये सारा मामला साइबर क्राइम को भेजा गया है। जल्द ही ठगी करने का प्रयास करने के आरोपित को काबू कर लिया जाएगा।