भीमपुर-सरना मार्ग खस्ताहाल, 40 गांवों के लोग परेशान
पंजाब राज्य मंडी बोर्ड के अधीन आते भीमपुर-सरना मार्ग विभागीय अनदेखी के चलते जर्जरता का शिकार हो रहा है।
संवाद सहयोगी, घरोटा
पंजाब राज्य मंडी बोर्ड के अधीन आते भीमपुर-सरना मार्ग विभागीय अनदेखी के चलते जर्जरता का शिकार हो रहा है। करीब तीन वर्ष पहले बने उक्त मार्ग पर बढ़ती यातायात के चलते अनेकों स्थानों से यह रोड टूट चुका है। लोग आए दिन हादसा ग्रस्त हो रहे हैं। वहीं क्षेत्र के 40 गांवों के लोगों को समस्या हो रही है। क्षेत्रवासियों ने जिला प्रशासन से पुरजोर मांग करके अपनी पहचान खो चुके इस मार्ग की मरम्मत की मांग की है।
जानकारी के अनुसार सरना-भीमपुर वाया फरीदानगर मार्ग से होते हुए क्षेत्र के 40 गांवों को जिला व ब्लाक हेडक्वार्टर से मिलाने वाला यह एकमात्र मार्ग है। जो ब्लाक मुख्यालय घरोटा क्षेत्र के जंगल भवानी, भीमपुर खन्नी खुई, बस्सी सैदोवाल, चौहान बगियाल, कटारूच्चक, डिबकु, मुकीमपुर, सिबली, पंडिता की कोठी गांवों को आपस में जोड़ता है। उक्त लिक मार्ग का निर्माण 2016 में हुआ था। उसके उपरांत इसकी रिपेयर न होने से अनेकों स्थानों पर गढडे पड़ चुके हैं। वहीं चिता की बात यह है कि इस सड़क कि एक किनारे नहर है जिसकी पटरी भी खस्ताहाल में पहुंच चुकी है। नहर के किनारों पर अनेकों स्थानों पर भूमि कटाव होने से उक्त मार्ग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जिससे हर समय हादसे का भय बना हुआ है। उधर समाजसेवी भूपिद्र सिंह कटारूचक्क, जीओजी बलविद्र सिंह चौहान, जीओजी यशपाल, आरएमपीआइ नेता लाल चंद कटारूचक्क, समिति मेंबर राणा राजिद्र सिंह, सरपंच कमला देवी, मास्टर वेदप्रकाश, लेक्चरार सतिद्र शर्मा, पूर्व सरपंच राज कुमारी, सेवा मुक्त मैनेजर पुरुषोत्तम सिंह गिल, यश पाल सिंह, जागीर सिंह, मदन सलारिया, अवतार रकवाल, प्रवेश ठाकुर इत्यादि ने पंजाब राज्य मंडी बोर्ड व जिला प्रशासन से पुरजोर मांग करके उक्त मार्ग की जल्द मरम्मत करने की गुहार लगाई है। उधर मंडी बोर्ड के जूनियर इंजीनियर वेद प्रकाश से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में है। आचार संहिता के उपरांत मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाकर समाधान किया जाएगा।