नरोज जैमल सिंह में बैसाखी व खालसा पंथ स्थापना दिवस मनाया
सिंह सभा गुरुद्वारा नरोट जैमल सिंह में बैसाखी व खालसा पंथ स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें संगत कोविड-19 के चलते शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए नतमस्तक हुई।
संवाद सहयोगी, नरोट जैमल सिंह : सिंह सभा गुरुद्वारा नरोट जैमल सिंह में बैसाखी व खालसा पंथ स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें संगत कोविड-19 के चलते शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए नतमस्तक हुई। इस दौरान गुरुद्वारे में ग्रंथी सिंह मक्खन सिंह ने पांच वाणियों का पाठ करने के उपरांत सरबत के भले की अरदास की। अरदास करने के उपरांत संगत में प्रसाद वितरित किया गया। वहीं श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में सजाए गए दीवान हाल में बैठी संगत को ग्रंथी सिंह ने बैसाखी व खालसा साजना दिवस पर बधाई दी। ग्रंथी सिंह ने कहा कि इस दिन दसवें गुरु श्री गुरु गोबिद सिंह जी ने 1699 ई में श्री केसगढ़ साहिब आनंदपुर में खालसा पंथ की स्थापना की थी। इस दिन उन्होंने पांच प्यारों को अमृत पान करवा कर खालसा बनाया और फिर पांच प्यारों के हाथों स्वयं भी अमृतपान किया। वहीं इसी दिन खेतों में किसान की फसल पककर लहलहाती है और किसान की मेहनत का फल उनको मिलता है। वह अपने खुशी भरे पलों का इजहार बैसाखी के पर्व को मनाकर करते हैं। इस अवसर पर रंगा सिंह, रणजीत सिंह, नरिद्र सिंह, मक्खन सिंह, अवतार सिंह, इंतजार सिंह, अमर सिंह इत्यादि उपस्थित है।