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यू-ट्यूब से सीख आनलाइन ठगी का बादशाह बना 'फजरू' मथुरा से गिरफ्तार

सिर्फ दसवीं तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद अधिक पैसा कमाने की लालसा ने फजरू को आनलाइन ठगी का बेताज बादशाह बना दिया

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 11:16 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 11:16 PM (IST)
यू-ट्यूब से सीख आनलाइन ठगी का बादशाह बना 'फजरू' मथुरा से गिरफ्तार
यू-ट्यूब से सीख आनलाइन ठगी का बादशाह बना 'फजरू' मथुरा से गिरफ्तार

राज चौधरी, पठानकोट

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सिर्फ दसवीं तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद अधिक पैसा कमाने की लालसा ने फजरू को आनलाइन ठगी का बेताज 'बादशाह' बना दिया। फजरू पिछले लंबे समय से अपना नेटवर्क देश भर में इस कदर फैला रखा है कि वर्तमान में उसकी गिरोह में 20 से 25 किशोर उम्र के बच्चों की टीम आनलाइन ठगी का काम कर रही है।

जिले में लगातार आनलाइन ठगी की घटनाएं होने के बाद एसएसपी गुलनीत खुराना ने एक स्पेशल टीम का गठन किया। इस टीम में इंस्पेक्टर पुष्पिद्र सिंह, एएसआइ संजीव, कांस्टेबल कर्मजीत, मनजीत तथा निशान को शामिल किया गया। जिसके बाद पिछले तीन माह से टीम लगातार काम में जुटी हुई थी। चूंकि आरोपित के पास बड़ी संख्या में सिम कार्ड थे जिस कारण वे अलग-अलग नंबरों से लोगों से बात करता था। यही कारण था कि पुलिस उत्तर प्रदेश जाने के बाद चार दिन तक फजरू के ठिकाने की तलाश में खाक छानती रही।

एसएसपी के मुताबिक पठानकोट के मामून थाने की पुलिस, साइबर सेल और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के थाना गोबर्धन की टीम ने एक संयुक्त आपरेशन में आरोपित फजरू को शनिवार की रात दो बजे थाना क्षेत्र के गांव देवसेरस काबू किया है। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद उसे रविवार को पठानकोट लेकर पहुंची। नवंबर 2020 में सैनिक के खाते से उड़ाए थे 45 हजार

पुलिस के मुताबिक आरोपित फजरू ने 28 नवंबर 2020 को पठानकोट के सैन्य क्षेत्र मामून कैंट में तैनात हवलदार से 45 हजार रुपये की आनलाइन ठगी की थी। हवलदार जगदेव सिंह के अनुसार आरोपित फजरू ने उसे अपना दोस्त राहुल बताया तथा कहा कि घर पर कोई प्राब्लम है, जिस कारण उसे 45 हजार रुपये की जरुरत है। जगदेव के अनुसार जैसे ही उसने राशि उक्त आरोपित के खाते में डाली तो बाद में उसे पता चला कि राहुल तो पहले ही घर पर छुट्टी काटने गया हुआ है। ऐसे में जांच की तो पता चला कि किसी व्यक्ति ने उसका मोबाइल नंबर हैक करके धनराशि खाते में डलवा ली है।

तीन महीने से पुलिस कर रही थी मशक्कत

मामून पुलिस और जिला साइबर सैल की टीम ने तीन महीने की मशक्कत के बाद उक्त शातिर को गिरफ्तार किया। इसके लिए मामून पुलिस और साइबर सेल की टीम तब से ही इसे काबू करने के लिए लगातार काम कर रही थी। प्राथमिक जांच में पुलिस ने पाया कि उक्त आरोपित बेहद शातिर है तथा पठानकोट सहित देश भर के विभिन्न राज्यों के कई लोगों से ठगी कर चुका है। पुलिस को यकीन है कि पठानकोट में पिछले कुछ समय से बड़ी संख्या में हुई आनलाइन ठगी की घटनाओं को इस गिरोह की ओर से ही अंजाम दिया गया है।

ठगी के लिए इन 21 सिम कार्ड के जरिए करता था लोगों को फोन

पुलिस के मुताबिक आरोपित 9897574309, 7895376213, 7456821598, 9045134739, 7007468171, 9707637258, 9707637604, 7099892811, 9707344944, 9707829594, 9707928830, 9707640346, 9707988565, 9707638428, 7099619370, 7099892639, 9707342914, 9707342930, 9707349412, 9707468171, 9707637258 । इन नंबर से ठगी का शिकार हुए लोग कर सकते हैं संपर्क

थाना प्रभारी नवदीप शर्मा का कहना है कि एसएसपी गुलनीत खुराना के दिशा निर्देशों पर पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। जिन लोगों के साथ आनलाइन उक्त दिये गए नंबरों से ठगी हुई है वे संबंधित थाने से संपर्क कर सकते हैं।

एसएसपी ने टीम की प्रशंसा की : एसएसपी

एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा कि मामून पुलिस ने बढि़या काम किया है। पुलिस उक्त गांव से आरोपित को काबू करके लाई है जहां अधिकतर लोगों का धंधा ही धोखाधड़ी है। इसके साथ ही पुलिस टीमों पर कई बार हमले भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों के साथ उक्त नंबरों से ठगी हुई है, वे मामून थाने में संपर्क कर सकते हैं।


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