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कोरोना आइसोलेशन वार्ड के बाहर घूम रहे बेसहारा पशु

सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड ओपीडी काउंटर इमरजेंसी के बाहर घोड़े कुत्ते और गोवंश घूमते रहते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 05:20 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 05:20 PM (IST)
कोरोना आइसोलेशन वार्ड के बाहर घूम रहे बेसहारा पशु
कोरोना आइसोलेशन वार्ड के बाहर घूम रहे बेसहारा पशु

संवाद सहयोगी, पठानकोट : सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड, ओपीडी काउंटर, इमरजेंसी के बाहर घोड़े, कुत्ते और गोवंश घूमते रहते हैं। ऐसे में अस्पताल में उपचार के लिए आते मरीजों को इन पशुओं से हमेशा डर बना रहता है। ये पशु अस्पताल के मेन गेट और आइसोलेनश वार्ड के सामने बने गेट से बिना रोक टोक प्रवेश कर रहे हैं। दुखद बात तो यह है कि इन बेसहारा पशुओं को अस्पताल से निकालने के लिए कोई भी कर्मी तैनात नहीं है।

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गंदगी के भी लग रहे ढेर

एक तरफ सेहत विभाग लोगों को कोरोना, डेंगू व स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों से बचने के लिए जागरूक करने में जुटा है। दूसरी ओर अस्पताल में गंदगी के ढेर और टूटे सामान विभाग की जागरूकता की पोल खोल रहे हैं। बेसहारा पशु गंदगी के ढेरों में मुंह मारते हुए और गंदगी फैलाने में लगे हैं। अस्पताल प्रबंधन सफाई के मामलों में कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है। लोग अस्पताल में दवा लेने के साथ बीमारियां भी साथ लेकर जाने को मजबूर हो रहे हैं।

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यहां लगे गंदगी के ढेर

अस्पताल के मेल वार्ड व फीमेल वार्ड के पीछे वाली साइड की ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। दीवारों के साथ झाड़ियां उग आई है। लवारिस हालतों में पड़ी मृतक देह रखने वाली खराब फ्रिज में गंदा पानी भर रहा है। आइसोलेशन वार्ड के बाहर कूड़ा बिखरा रहता है।

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मच्छर खिड़कियों के रास्ते पहुंच रहे हैं

अस्पताल के मेल वार्ड व फीमेल वार्ड के बाहर जो गंदगी के ढेर लगे हैं। उसकी बदबू व मच्छर सीधा मरीजों तक खिड़कियों के जरिए पहुंच रही है। इससे केवल मरीजों को ही नहीं, बल्कि अस्पताल में ड्यूटी निभाने वाले स्टाफ की जान को खतरे में डालना बन गया है।

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समस्या

- बाहरी एरिया से लोग बेसहारा पशुओं को छोड़ देते हैं।

-लंबे समय से पकड़ने का नहीं बना ठोस प्लान।

- दो दिन कार्रवाई के बाद स्थिति फिर नार्मल हो जाती है।

-निगम में स्टाफ की कमी बड़ी समस्या।

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निगम ने चार बार चलाया अभियान

वर्ष - पकड़े गए बेसहारा पशु

-2016: 150

- 2017: 120

-2009 : 215

-2020 : 0

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शहर की गोशाला में 615 बेसहारा पशु

गोशाला पशु क्षमता

-गोपाल धाम गोशाला-210-210

डेयरीवाल गोशाला-415-450

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निगम एरिया में एक हजार से अधिक बेसहारा पशु

गाय- 425

सांड-300

घोड़ा 100

बछड़े 150


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