आर्ट आफ हैपिएस्ट लिविग की टीम ने चमरोड़ पतन पर चलाया सफाई अभियान
प्रकृति की गोद में मनमोहक छटा बिखेरते जिला पठानकोट में पड़ते एवं सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बने रणजीत सागर डैम की झील के किनारे चर्चाओं में रहते हैं।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : प्रकृति की गोद में मनमोहक छटा बिखेरते जिला पठानकोट में पड़ते एवं सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बने रणजीत सागर डैम की झील के किनारे चर्चाओं में रहते हैं। अर्ध पर्वतीय क्षेत्र और झील का गहरा नीला पानी यहां पर्यटकों को लुभाने के लिए काफी है। पर्यटकों की सुख सुविधाओं के लिए वन विभाग ने जब से यहां हट्स इत्यादि का निर्माण करवाया है। तभी से यहां घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते आजकल यह क्षेत्र प्रतिबंधित है, लेकिन इस क्षेत्र की जानकारी रखने वाले स्थानीय सैलानी अन्य किनारों पर भी घूमते के लिए चले आते हैं। इसी कड़ी में आकर्षित प्राकृतिक क्षेत्र चमरोड़ पतन में योग प्राणायाम एवं मेडिटेशन के लिए आर्ट आफ हैपिएस्ट लिविग पठानकोट की टीम पहुंची। प्रवक्ता संजीव महाजन, एडवोकेट अमन भारद्वाज तथा विवेक शर्मा ने कहा कि प्रकृति द्वारा बिखेरे अनुपम सौंदर्य से यह क्षेत्र गुलजार हुआ है वहीं पर्यटन स्थल बनने से स्थानीय लोगों में रोजगार के साधन भी बढ़े हैं। लेकिन यहां आने वाले पर्यटकों विशेषकर पिकनिक मनाने आए लोगों द्वारा जगह-जगह पर कचरा बिखेरा गया है। नशा करके इधर-उधर फेंकी खाली बोतलें और शीशे की बोतलों के बिखरे कांच इस अनमोल धरोहर को गंदा कर रहे हैं। अजय नैयर, संजीव तूर, अक्षय भानु, पुनीत महाजन, विशाल चौधरी, अनिल राणा व संजीव घई आदि ने यहां आने वाले पर्यटकों से अपील की कि वे इस क्षेत्र में आकर प्रकृति के अनुपम सौंदर्य का आनंद लें ना कि इस क्षेत्र को जगह-जगह कचरा इत्यादि बिखेर कर गंदा करें। एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर हमारे छोटे छोटे प्रयास इस क्षेत्र को खुशहाल और खूबसूरत बना सकते हैं। इसके उपरांत पूरी टीम ने वहां पर बिखरे कचरे को देखते हुए सफाई अभियान चलाया और कचरे को हटाया।