21 ब्लैक स्पाट पर हर साल 551 हादसे, 152 ने गंवाई जान
पठानकोट जिले में 21 ऐसे ब्लाक स्पाट है जो हर दिन सड़क हादसों का कारण बन रहे हैं।
राज चौधरी, पठानकोट : पठानकोट जिले में 21 ऐसे ब्लाक स्पाट है, जो हर दिन सड़क हादसों का कारण बन रहे हैं। इन खूनी प्वाइंटों पर हर साल करीब 551 हादसे होते है। इसमें से 152 लोग अकाल मौत में समा रहे हैं। ऐसे लोगों का आंकड़ा भी बड़ा है, जोकि हादसों की चपेट में आने के बाद विकलांगता का जीवन यापन कर रहे हैं। इन हादसों को रोकने के लिए न तो जिला प्रशासन की आोर से कोई ठोस कदम उठाया जाता है और न ही इन इसका कोई अन्य वैकल्पिक हल निकाला जाता है।
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खतरनाक मोड़ पर कोई बोर्ड नहीं
जिला भर में सड़क हादसों के बढ़ने का कारण यातायात समस्या भी है। हादसों का कारण बनने वाली जर्जर हालत सड़कों व वाहनों का सड़कों पर दौड़ना व यातायात नियमों की अवहेलना अभी भी निर्विघ्न जारी है। पठानकोट-डल्हौजी, पठानकोट-जम्मू और पठानकोट से जालंधर को जाने वाले नेशनल हाईवे पर भी लोगों की सुविधा के लिये अधिकतर स्थानों पर न के बराबर सूचना बोर्ड लगाए गए हैं।
खामियां
-अधिकतर स्थानों पर कोई जेब्रा लाइन नहीं है।
-सड़क के मध्य कोई सिग्नल नहीं लगाया गया है
-मोड़ या अन्य खतरनाक स्थानों पर रफ्तार धीमी रखने का बोर्ड नहीं लगा है।
-ऐसे में नेशनल हाईवे पर भी कई बस चालक बीच सड़क गाड़ी रोक कर सवारियों को बिठाते हैं
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यहां होते हैं सबसे ज्यादा हादसे
पठानकोट से हिमाचल जाते समय सिंबल चौक, मलिकपुर स्थित पुल नंबर-चार व पुल नंबर-पांच, चक्की पुल
-पठानकोट-जालंधर राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर स्थित नंगल भूर,
-माधोपुर-मामून स्थित चौक वाला खूह, मनवाल चौक
ये हैं ब्लैक स्पाट
पुलिस के रिकार्ड में 21 ऐसे ब्लाक स्पाट हैं, जहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं।
थाना ब्लैक स्पाट
पठानकोट के डिवीजन नंबर-1 -काठ द पुल, कोर्ट कांप्लेक्स व टाइगर चौक
-थाना डिवीजन नंबर-2 में ट्रक यूनियन मोड़, धीरा पुल, गुरु रविदास चौक है।
-पठानकोट-जालंधर राष्ट्रीय राज्य मार्ग स्थित थाना नंगल भूर के अधीन अड्डा नंगल भूर, कौंतरपुर है।
-थाना मामून के अधीन जंडवाल, छतवाल,
-थाना धारकलां के अधीन धार चौक
-शाहपुरकंडी थाने के अधीन पंगोली चौक, चौक वाला खूह, तवी कालेज,
-थाना सुजानपुर स्थित पुल नंबर चार, पुल नंबर-पांच
-थाना सदर के अधीन नरोट पुली, सरना पुल -थाना नरोट जैमल सिंह में कोहलियां मोड़
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बेतरतीब खड़े वाहन भी बन रहे है हादसों का बड़ा कारण-
जिला पठानकोट में दर्जनों ऐसे प्वाइंट है जहां दिन व रात को बेतरतीब वाहन खड़े रहते हैं। पठानकोट-जम्मू राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित रेलवे स्टेशन के समीप बड़ी संख्या में प्रतिदिन वाहन खड़े रहते हैं। ये वाहन भी बड़े स्तर पर हादसों का कारण बनते हैं। इन वाहनों पर अधिकतर पठानकोट के साथ लगते एरिया की फैक्टरियों का माल होता है जोकि लोडिग-अनलोडिग के लिए खड़े रहते हैं। इसी प्रकार मलिकपुर,सुंदर चक्क को जाने वाले मार्ग पर भी हाइवे पर रेत-बजरी से भरे ट्रक खड़े रहते हैं। इस मार्ग के साथ लगते गांवों के लोग सीधे वाहन लेकर सड़क पर आ पहुंचते हैं जोकि अकसर ही हादसों का कारण बन रहे हैं।
इन पांच जगहों पर सबसे ज्यादा हादसे
सरना पुली- एक साल में होने वाले हादसों में लगभग हादसे व मौत
सामान्य हादसे-96
मौते- 25
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माधोपुर रेलवे स्टेशन के समीप
सामान्य हादसे-70
मौतें- 17
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नंगल भूर चौक
सामान्य हादसे- 80
मौते- 27
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पंगोली चौक
सामान्य हादसे- 75
मौते- 37
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चौक वाला खूह
सामान्य हादसे- 55
मौतें-23
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मलिकपुर रोड-
सामान्य हादसे -65
मौतें- 23
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साल 2018 में ब्लैक स्पाट = 17
साल 2019 में ब्लैक स्पाट-17
साल 2020 में ब्लैक स्पाट-21
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-सड़कों की अनियमिताएं भी बन रही हादसों का कारण
फोटो नंबर- 31
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