बैराज विस्थापित संघर्ष कमेटी ने की नारेबाजी
कड़ाके की ठंड व बरसात के बावजूद बैराज विस्थापित संघर्ष कमेटी जेनी जुगियाल का धरना चौथे दिन भी जारी रहा।
संवाद सहयोगी, शाहपुरकंडी : कड़ाके की ठंड व बरसात के बावजूद बैराज विस्थापित संघर्ष कमेटी जेनी जुगियाल का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। इस दौरान भारी संख्या में प्रदर्शनकारी बांध परियोजना के मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर डटे रहे। उन्होंने खुले आसमान में ही लंगर तैयार कर धरने पर बैठे लोगों को खिलाया। इस मौके पर संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष दयाल सिंह ने कहा कि चाहे जो भी परेशानी आए उनका धरना लगातार जारी रहेगा। उन्होंने पंजाब सरकार, जिला प्रशासन सहित बांध प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस धरने में ठंड के कारण किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन और पंजाब सरकार होगी। प्रशासन से बार-बार अपील करने के बावजूद भी उनकी कोई सुनवाई न होने के कारण उनको मजबूर होकर धरने का रास्ता अपनाना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन जानबूझकर उन्हें परेशान कर रहा है। इस मौके पर शर्म सिंह, अश्विनी कुमार कुलविदर सिंह, गुरजंट सिंह, कुलदीप सिंह, ओंकार सिंह, बसंन सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।
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तांडव जैसी वेब सीरीज समाज के लिए अभिशाप
संवाद सहयोगी, मामून : तांडव जैसी वेब सीरीज हमारे समाज के लिए अभिशाप हैं। ऐसी फिल्में हमारे धार्मिक संस्कृति को भी चोट पहुंचाती है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व ब्लाक समिति मेंबर पुष्पिदर पठानिया ने कही। उन्होंने कहा कि पहले गणेश महाराज जी की फोटो बीडी के बंडल पर लगाई जाती थी। उसके बाद लक्ष्मी माता जी की फोटो पटाखों पर छापी जाती है। जब पटाखे चलते हैं तो उस फोटो के चिथड़े उड़ जाते हैं और हिदू धर्म के लोगों के दिल में इसकी गहरी चोट लगती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तांडव जैसी फिल्मों पर जल्दी से जल्दी रोक लगानी चाहिए और कड़े कदम उठाने चाहिए, ताकि कोई भी आदमी भविष्य में किसी की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ न करें।