3 साल का मानभत्ता न मिलने पर पूर्व सरपंचों में रोष
3 साल का मानभत्ता नहीं मिलने के चलते पूर्व सरपंचों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष जताया है। पूर्व सरपंचों का कहना है कि सरकारी विकास कार्यों में अहम भूमिका निभाने वाले सरपंचों को मानभत्ता न मिलना ¨नदनीय बात है। पूर्व सरपंच हरनाम ¨सह अमरनाथ, शेर ¨सह, स्वर्ण ¨सह, चरण दास, सृष्टा देवी, राकेश कुमार, सुमन देवी, देशराज, महेंद्र ¨सह, बलवंत ¨सह आदि ने कहा कि राज्य सरकार की सबसे छोटी इकाई और नींव कहे जाने वाले पंचायत के सरपंच भले ही सरकार के कार्यक्रमों एवं क्षेत्र में करवाए जाने वाले विकास कार्य को लेकर अपनी अहम भूमिका निभाते हैं और सरकार की नीतियों को गांव वासियों तक पहुंचाते हैं परंतु सरकार की बेरुखी पूर्व सरपंचों को झेलनी पड़ रही है।
संवाद सहयोगी, दुनेरा : 3 साल का मानभत्ता नहीं मिलने के चलते पूर्व सरपंचों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष जताया है। पूर्व सरपंचों का कहना है कि सरकारी विकास कार्यों में अहम भूमिका निभाने वाले सरपंचों को मानभत्ता न मिलना ¨नदनीय बात है। पूर्व सरपंच हरनाम ¨सह अमरनाथ, शेर ¨सह, स्वर्ण ¨सह, चरण दास, सृष्टा देवी, राकेश कुमार, सुमन देवी, देशराज, महेंद्र ¨सह, बलवंत ¨सह आदि ने कहा कि राज्य सरकार की सबसे छोटी इकाई और नींव कहे जाने वाले पंचायत के सरपंच भले ही सरकार के कार्यक्रमों एवं क्षेत्र में करवाए जाने वाले विकास कार्य को लेकर अपनी अहम भूमिका निभाते हैं और सरकार की नीतियों को गांव वासियों तक पहुंचाते हैं परंतु सरकार की बेरुखी पूर्व सरपंचों को झेलनी पड़ रही है। बीते कुछ समय पहले सरपंचों को 1200 रुपये प्रति महीना मानभत्ता दिए जाने की घोषणा हुई थी। लेकिन पिछले तीन साल का मानभत्ता सरपंचों को नहीं मिला है। कार्यकाल पूरा होने के बाद भी मानभत्ता नहीं मिला है। पूर्व सरपंचों का 3 सालों का मान भत्ते की कुल राशि करीब 43,000 रुपये बनती है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि उनका बनता बकाया तुरंत उनके खाते में डाला जाए।