मां के पॉजिटिव आने पर युवक ने की खुदकुशी, दो दिन बाद नेगेटिव बता घर के पास छोड़ गया सेहत विभाग
मां के कोरोना पाजिटिव आने के बाद 31 अगस्त को रविदास नगर के रहने वाले युवक ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली जबकि दो दिन बाद ही स्वास्थय विभाग ने महिला को नेगेटिव बता कर उसे आईसोलेशन वार्ड से छुट्टी दे दी और बुधवार देर शाम उसे घर से 500 मीटर की दूरी पर उतार दिया।
जागरण संवाददाता, नवांशहर :
मां के कोरोना पाजिटिव आने के बाद 31 अगस्त को रविदास नगर के रहने वाले युवक ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली, जबकि दो दिन बाद ही स्वास्थय विभाग ने महिला को नेगेटिव बता कर उसे आईसोलेशन वार्ड से छुट्टी दे दी और बुधवार देर शाम उसे घर से 500 मीटर की दूरी पर उतार दिया। महिला के परिजनों व महिला ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के विरोध में बुधवार रात और वीरवार सुबह चंडीगढ़ रोड पर दो घंटे धरना लगाकर सेहत विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया।
चंडीगढ़ रोड पर युवक की मां व परिजनों ने सुबह 11 से एक बजे तक ट्रैफिक जाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कारवाई और घर में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। धरने पर मृतक युवक की मां भी अपने बड़े बेटे और बेटी के साथ बैठी थी। एसडीएम जगदीश सिंह जौहल के स्वास्थय विभाग के अधिकारी पर कारवाई व मृतक के बड़े भाई को नौकरी देने के आश्वासन के बाद धरना उठा लिया गया। बुधवार रात को भी परिजनों और मोहल्लावासियों नेधरना लगाया गया था। धरने का नेतृत्व बसपा पंजाब के महासचिव नछत्तरपाल और अन्य नेता कर रहे थे। सभी ने मांग की कि स्वास्थय विभाग के दोषी अधिकारी के खिलाफ कारवाई की जाए। होम आइसोलेट करने की मिन्नतें करता रहा बेटा, नहीं माने सेहत कर्मी
30 अगस्त को महिला के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद महिला के सबसे छोटे बेटे 20 वर्षीय कुलविदर सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जब महिला को स्वास्थय विभाग की टीम लेने आई तो कुलविदर ने टीम को उसकी मां को होम क्वरंटाइन करने के लिए कहा पर स्वास्थय विभाग की टीम नियमों का हवाला देकर उसकी मां को अपने साथ ले गई, जब कुलविदर केसी कालेज में स्थित आईसोलेटे वार्ड में अपनी मां को मिलने गया तो उसे
मिलने नही दिया गया। डीसी को दी शिकायत
पीड़िता प्रमिला देवी ने डीसी को दी शिकायत में कहा कि 30 अगस्त को उसके कोरोना पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे केसी कॉलेज मे ले गई। दूसरे दिन उसे घर लेकर आया गया और उसके बेटे को कहा गया कि मेडिकल स्टोर से कोरोना किट लेकर आए। उसका बेटा कोरोना किट ले आया तो कहा कि उसकी मां को वो घर नही रख सकते हैं। जब उसके बेटे ने कहा कि पहले तो उन्होंने कहा था कि उसकी मां को घर ही रखेंगे तो टीम के सदस्य उसके बेटे को डांटने लगे और जबरदस्ती उसे केसी कालेज ले गए। दो सितबर को स्वास्थय विभाग की टीम ने उसे नेगेटिव बता कर उसे घर से काफी दूर छोड़ दिया। दस मिनट के लिए बेटे के संस्कार पर आई थी मां
मंगलवार को जब युवक का अंतिम संस्कार किया गया था। महिला को सिर्फ पांच-दस मिनट के लिए ही लाया गया तथा फिर तुरंत अस्पताल ले गए। मामले की जांच जारी, दोषियों पर होगी कार्रंवाई : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा.राजिदर भाटिया ने कहा कि मामले की जांच चल रही है जो भी इस मामले में दोषी पाया गया उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी।