आढ़तियों की हड़ताल के कारण नहीं बिकी गेहूं
काठगढ़ पंजाब सरकार द्वारा गेहूं की खरीद शनिवार से शुरू कर दी गई है। इस दौरान दाना मंडी काठगढ़ में भी किसान लगभग 200 क्विंटल गेहूं लेकर पहुंचे हैं। जिसे मजदूर साफ करने में जुटे हैं। आढ़तियों की हड़ताल के कारण इस दौरान कोई खरीद नहीं हुई। इसके कारण फसल लेकर आए किसान परेशान होकर मंडी में बैठे रहे। उधर हड़ताल के कारण आढ़तियों के कैबिन भी खाली पड़े थे। इतना ही नहीं मौके पर कोई सरकारी कर्मचारी भी मौजूद नहीं था।
सतीश शर्मा, काठगढ़
पंजाब सरकार द्वारा गेहूं की खरीद शनिवार से शुरू कर दी गई है। इस दौरान दाना मंडी काठगढ़ में भी किसान लगभग 200 क्विंटल गेहूं लेकर पहुंचे हैं। जिसे मजदूर साफ करने में जुटे हैं। आढ़तियों की हड़ताल के कारण इस दौरान कोई खरीद नहीं हुई। इसके कारण फसल लेकर आए किसान परेशान होकर मंडी में बैठे रहे। उधर, हड़ताल के कारण आढ़तियों के कैबिन भी खाली पड़े थे। इतना ही नहीं मौके पर कोई सरकारी कर्मचारी भी मौजूद नहीं था।
इस बारे में पूछे जाने पर टेलीफोन पर मंडी सुपरवाइजर राम पाल ने बताया कि उन्होंने कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाया है और वह मंडी का चक्कर लगा चुके हैं। उनके पास टौंसा मंडी का भी चार्ज है। इसलिए अभी वे मंडी में नहीं हैं।
उधर गेहूं लेकर पहुंचे किसान परमजीत भेडियां, किसान राज कुमार भेडियां व महिदर पाल कलार आदि ने बताया कि वे अब परेशानी में हैं। वे तो गेहूं लेकर आए हैं, क्योंकि उन्हें बताया गया था कि पहले की तरह ही मंडियों का काम चलेगा। मगर, यहां पर आढ़ती हड़ताल पर हैं। आढ़तियों ने अपनी दुकानें तो खोली हुई हैं, परंतु वहां पर कोई भी नहीं है। यहां पनसप खरीद एजेंसी को खरीद का काम सौंपा गया है। मगर, अभी तक सरकारी एजेंसी का कोई भी कर्मचारी नहीं पहुंचा है।
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उधर, सुभाष आनंद प्रधान आढ़ती एसोसिएशन काठगढ़ ने बताया कि आढ़ती अपनी मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि किसान और आढ़ती के संबंध को खराब न किया जाए। किसान को पेमेंट जरूर दें, परंतु आढ़ती के माध्यम से दें। इस बारे में प्रदेश स्तर पर यूनियन का जो निर्णय होगा, वे उसे मानेंगे