संयुक्त किसान मोर्चा खटकड़ कलां में कांफ्रेंस करने पर अड़ा
नवांशहर/बंगा संयुक्त किसान मोर्चा 23 मार्च खटकड़ कलां में शहीदी दिवस को शहीद भगत सिंह के स्मारक में कांफ्रेंस करने पर अडा़ है जबकि जिला प्रशासन द्वारा वहां किसी को भी कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं है। वहीं इसी दिन प्रदेश सरकार की ओर से किए जाने वाले प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम को भी रद कर दिया गया है।
जागरण टीम, नवांशहर/बंगा
संयुक्त किसान मोर्चा 23 मार्च खटकड़ कलां में शहीदी दिवस को शहीद भगत सिंह के स्मारक में कांफ्रेंस करने पर अडा़ है, जबकि जिला प्रशासन द्वारा वहां किसी को भी कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं है। वहीं इसी दिन प्रदेश सरकार की ओर से किए जाने वाले प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम को भी रद कर दिया गया है।
इस बारे में डीसी डा. शेना अग्रवाल ने बताया कि 23 मार्च को खटकड़ कलां में कोई स्टेज नहीं लगेगी और न ही कोई सभ्याचारक कार्यक्रम होगा। कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा की ओर से सिर्फ शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में लोगों के इकट्ठा होने पर लगी पाबंदी के कारण यह फैसला लिया गया है।
वहीं इस बारे में किरती किसान यूनियन के जिला प्रधान सुरिदर सिंह बैंस का कहना है कि वो हर हाल में अपना कार्यक्रम करेंगे अगर उनको रोकने की कोशिश की गई, तो वो प्रदेश सरकार के खिलाफ संघर्ष शुरू करेंगे।
उधर, संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है 23 मार्च को खटकड़ कलां में होने वाली कांफ्रेंस ऐतिहासिक होगी। इसकी तैयारियों के लिए खटकड़ कलां में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक भी हुई। यह जानकारी मोर्चा के नेताओं सुरिदर सिंह बैंस व रणजीत सिंह रटैंडा ने दी है।
उन्होंने बताया कि यह पहला मौका है जब शहीदी दिवस पर किसानों की विशाल कांफ्रेंस हो रही है। वह भी उस समय जब केंद्र सरकार के तीन खेती सुधार कानूनों के विरुद्ध देश व्यापक संघर्ष चल रहा है। इस कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए लोगों में भारी उत्साह है। इस कांफ्रेंस को संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के नेता और स्थानीय नेता संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि बब्बू मान, सोनिया मान, कंवर ग्रेवाल, हर्फ चीमा, यश बाजवा आदि कलाकार भी इस कांफ्रेंस में हाजिरी लगाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार संयुक्त किसान मोर्चे की होने वाली इस कांफ्रेंस के मुकाबले में कांफ्रेंस करने पर जवाब दे गई है। इसके लिए कोरोना को बहाना बताया गया है।
उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार कोरोना के नाम पर सख्त पाबंदियां लगाकर किसान संघर्ष को नुकसान पहुंचाना चाहती है। मगर, संयुक्त किसान मोर्चा की यह कांफ्रेंस हर हाल में होकर रहेगी।
इस बैठक में भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के नेता बलजिदर सिंह, मुख्तियार सिंह, किरती किसान यूनियन के नेता तरसेम सिंह बैंस, दोआबा किसान यूनियन के नेता कुलदीप सिंह, अमरजीत सिंह, कुलहिद किसान सभा के नेता राम सिंह नूरपुरी, कुलदीप सिंह झिगड़, स्वतंत्र कुमार, मुकंद लाल, लोकतांत्रिक किसान सभा के नेता कुलदीप सिंह सुज्जों, सतनाम सिंह गुलाटी, भारतीय किसान यूनियन (लक्खोवाल) के नेता रणजीत सिंह रटैंडा आदि उपस्थित थे।