बिना कारण वाहन नहीं रुकवा सकते ट्रैफिक कर्मचारीे
केंद्र सरकार के आदेश के बाद गत एक सितंबर नए ट्रैफिक के नियम लागू हो चुके हैं जिसके तहत अब तक कई चालान काटे जाने की खबरें देखने सुनने को मिली।
मुकुंद हरि जुल्का, नवांशहर : केंद्र सरकार के आदेश के बाद गत एक सितंबर नए ट्रैफिक के नियम लागू हो चुके हैं, जिसके तहत अब तक कई चालान काटे जाने की खबरें देखने सुनने को मिली। पंजाब सरकार ने भी अब नया नियम लागू कर दिया है। इसके तहत प्रदेश सरकार चालान की जुर्माना राशि लगभग आधी कर दी है। उसके अलावा पंजाब सरकार के दिशा निर्देशानुसार एडीजीपी ट्रैफिक पुलिस डॉ.चौहान ने लोगों की मुश्किलों को देखते हुए नया फरमान जारी किया है। इसके अनुसार ट्रैफिक कर्मचारी बेवजह गाड़ियों को रोककर चालकों के तब तक कागजात नहीं मांग सकता, जब तक उसकी कोई भी गलती न हो। राज्य के सभी एसएसपी जिला हेड क्वार्टर को लिखित रूप से यह सूचित किया गया है कि कोई भी ऐसा पुलिस कर्मचारी नाका लगाकर गाड़ियों को न रोके। इस आदेश के बाद लोगों में खुशी है।
कर्मचारी को चालान काटने से ही मतलब रहता है : वरुण सरीन
वरुण सरीन एडवोकेट का कहना है कि यातायात पुलिस के कर्मचारी बेवजह गाड़ियों को रोक कर चेकिग करने लगते थे, लेकिन उसके कारण दूसरे ट्रैफिक में विघ्न पड़ता था। कर्मचारी को केवल चालान काटने से ही मतलब रहता था। बेशक दूसरी जगह लंबी लाइनें लग जाती है। सरकार का उपराला अच्छा लगा। ट्रैफिक पुलिस का काम ट्रैफिक व्यवस्था ठीक करना है।
नियमों का पालन करने पर भी रोकते हैं गाड़ी : राजेश
राजेश भारद्वाज का कहना है कि कई बार हम लोग शहर से बाहर दूसरे शहरों में जरूरी काम के लिए जाते हैं, तो दूसरे शहर की गाड़ी देखकर गाड़ियों को ट्रैफिक पुलिस रोकती हैं। सीट बेल्ट भी लगा रखी होती थी फिर भी गाड़ी रोककर कागजात मांगते है, इससे समय की बहुत बर्बादी होती और घर वापस भी आना होता है। एडीजीपी ट्रैफिक का नया फरमान बहुत अच्छा लगा।
चौराहों पर नाक लगाने से बाधित होता है यातायात : प्रवीण
प्रवीण कुमार सेवा मुक्त बैंक कर्मचारी ने कहा कि मुख्य रोड और शहरों के चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के नाके लगाने से भीड़ रहती थी और ट्रैफिक में विघ्न बहुत ज्यादा पड़ता था। सही बात से ध्यान डाइवर्ट हो जाता था, तो एकदम नाके पर गाड़ी रोकते और दुर्घटना होने का डर रहता था।
यातायात का संचालन आसान होगा : संजीव कुमार
संजीव कुमार का कहना है कि इससे ट्रैफिक सुचारू रूप से चलता रहेगा। बेवजह गाड़ियों को रोककर गाड़ियों की डिग्गी चेक करने के बहाने कर्मचारी गाड़ियों को नहीं रोक सकते। जब तक कोई ड्राइवर से गलती न हो। गाड़ियां तेज रफ्तार से आती एकदम गाड़ियों को रोक देना कोई अच्छी बात नहीं है। कई बार तो कागज पूरे होने के बावजूद भी बहसबाजी बहुत होती थी, इससे ट्रैफिक व्यवस्था ठीक चलती रहेगी।