तंबाकू कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की जड़ : डा. कमल
नवांशहर डीसी डा. शेना अग्रवाल और सिविल सर्जन डा. गुरदीप सिंह कपूर के दिशा-निर्देश पर जिला सेहत अधिकारी डा. कुलदीप राय और एसएमओ डा. मनदीप कमल के नेतृत्व में जिला अस्पताल नवांशहर में सोमवार को विश्व तंबाकू रहित दिवस मनाया गया। इस साल विश्व तंबाकू रहित दिवस का विषय तंबाकू छोड़ने के लिए वचनबद्ध है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
डीसी डा. शेना अग्रवाल और सिविल सर्जन डा. गुरदीप सिंह कपूर के दिशा-निर्देश पर जिला सेहत अधिकारी डा. कुलदीप राय और एसएमओ डा. मनदीप कमल के नेतृत्व में जिला अस्पताल नवांशहर में सोमवार को विश्व तंबाकू रहित दिवस मनाया गया। इस साल विश्व तंबाकू रहित दिवस का विषय 'तंबाकू छोड़ने के लिए वचनबद्ध' है।
इस मौके पर ब्लाक एक्सटेंशन एजुकेटर (बीईई) तरसेम लाल ने सेहत विभाग के समूह अधिकारियों व कर्मचारियों सहित आम लोगों को पूरी जिदगी किसी भी तरह के तंबाकू पदार्थ का किसी भी रूप में इस्तेमाल न करने और सेहत कर्मचारियों को अपने कार्य के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए तंबाकू की बुरी आदत को छोड़ने में लोगों की मदद करने का प्रण दिलाया।
इस मौके पर जिला अस्पताल नवांशहर के एसएमओ डा. मनदीप कमल ने कहा कि तंबाकू कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की जड़ है और हर किसी को इसके सेवन से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी तौर पर सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू पीने की मनाही है। उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थाओं के 100 मीटर के घेरे में तंबाकू बेचना और सेवन करना कानूनी अपराध है। नाबालिक बच्चों को सिगरेट बेचने पर 7 साल की कैद और एक लाख का जुर्माना किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि गुटका, पान मसाला, स्वाद वाला तंबाकू या कोई भी खाने वाला पदार्थ जिसमें निकोटीन हो, को स्कूलों के पास बेचने पर पूर्ण पाबंदी है।
इस मौके पर जिला सेहत अधिकारी डा. कुलदीप राय ने कहा तंबाकू पीने के साथ जहां पैसों की बर्बादी होती है, वहीं यह सेहत के लिए भी बहुत हानिकारक है। इससे कैंसर जैसी बीमारियां लगती हैं। तंबाकू के साथ हुई बीमारियों के इलाज पर पैसा अलग खर्च होता है। डा. मनदीप कमल ने बताया कि इलाज के साथ तंबाकू पीने की आदत को छोड़ा जा सकता है। इसके लिए नशा छुड़ाओ केंद्र चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तंबाकू पीने वाले व्यक्तियों को इस आदत का त्याग करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि तंबाकू में चार ह•ार से अधिक हानिकारक रसायन होते हैं, जिसके साथ कई तरह की बीमारियां जैसे मुंह, होंठों, फेफड़ों और मुसाने का कैंसर होता है और सांस की बीमारियां होती हैं। तंबाकू और बीड़ी के साथ जो धुआं फैलता है, वह मरीजा को बीमारियां देने सहित उसके नजदीक बैठे व्यक्ति पर भी प्रभाव डालता है। यदि गर्भवती महिलाएं इसका सेवन करती हैं तो बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
डा. वरिदर पाल ने कहा कि तंबाकू की आदत जानलेवा है, इससे बचना चाहिए। तंबाकू का किसी भी रूप में प्रयोग सेहत के लिए हानिकारक है। दिल के दौरों के साथ होने वाली 12 प्रतिशत मौतों का मुख्य कारण तंबाकू है। तंबाकू के प्रयोग के साथ जहां कैंसर का खतरा है, वहीं ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, अधरंग, गैंग्रीन आदि बीमारियां भी बढ़ रही हैं। पूरी दुनिया में तंबाकू के साथ होने वाले कैंसर के साथ लगभग 60 लाख लोग हर साल मौत का शिकार होते हैं। भारत में हर रोज 2200 लोग तंबाकू के साथ होने वाली बीमारियों कारण मरते हुए हैं। तंबाकू का प्रयोग तकरीबन 90 प्रतिशत मुंह के कैंसर का कारण बनता है।
इस मौके पर डा. परविदर सिंह, डा. नवरीत कौर, डा. बरिंदर, डा. नोवरीत कौर, डा. हितेश पाहवा, रुपिदर सिंह, सिस्टर राज, सतीश कुमार सीओ, परमवीर प्रिस, बलविदर कौर एलएचबी, ज्योति, राजेश कुमार और मनदीप कौर, रेणुका कलेर काउंसलर, समूह स्टाफ की तरफ से संपूर्ण सहयोग दिया गया।