बच्चे को खरीद कर दिल्ली में बेचने की थी योजना, तीसरा आरोपित भी गिरफ्तार
शहर के गुरुतेग बहादुर मोहल्ले में ढाई साल के एक बच्चे के अपहरण मामले में नया खुलासा हुआ है।
जासं, नवांशहर:शहर के गुरु तेग बहादुर मोहल्ले में ढाई साल के एक बच्चे के अपहरण मामले में नया खुलासा हुआ है। बच्चे को गढ़शंकर का एक व्यक्ति 10 हजार रुपये में खरीदने वाला था। उसने आगे बच्चे को दिल्ली में बेचना था। उल्लेखनीय है कि बुधवार दोपहर को दो साइकिल सवारों ने एक ढाई साल के बच्चे का अपहरण कर लिया था।
थाना सिटी के इंचार्ज शहबाज ¨सह ने बताया कि पुलिस ने बच्चे का अपहरण करने वाले राजकुमार उर्फ राजू व सलीम की सूचना पर बंगा रोड गढशंकर निवासी प्रीतपाल ¨सह उर्फ बिल्ला को गिरफ्तार किया है। बिल्ला टैंट का काम करता है। राजू व सलीम ने इसके लिए ही बच्चे का अपहरण किया था। इसने बच्चे के बदले दस हजार रुपये देने थे। एसएसओ ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित बिल्ला ने बताया कि उसकी योजना थी कि बच्चे को खरीदने के बाद उसे बड़ी रकम लेकर दिल्ली या उसके आसपास इलाके में किसी को बेच देता। अभी यह जांच की जा रही है कि उसने किसी से बात की है या अभी इसने बच्चे के लिए ग्राहक तलाशना था।
गनीमत यह रही कि पुलिस की तेज कार्रवाई के कारण ये बच्चे को गढ़शंकर से वापस लेकर आए। उन्होंने कहा कि वारदात के बाद आसपास के सीसीटीवी कैमरे की मदद से राजू व सलीम की पहचान हुई। राजू व सलीम पेंट का काम करते हैं। बुधवार शाम को पुलिस ने दोनों गिरफ्तार लिया था। पुलिस के मुताबिक यदि समय पर इन्हें न दबोचा जाता तो ये बच्चे को भी नुकसान पहुंचा सकते थे।
सीसीटीवी की मदद से हुई पहचान
बच्चे के पिता अमरजीत चौहान ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं। शिवम सबसे छोटा है। वह कल काम पर गया था और उसकी पत्नी घर पर ही थी। जब वह घर के अंदर गई तो इसी दौरान उसके बच्चे को उठा लिया गया। अमरजीत ने बताया कि जिन लोगों ने उसके बेटे को उठाया था वह उसी मोहल्ले में रहते थे, लेकिन वह दोनों को नहीं जानता है। जब गली में लगे सीसीटीवी की जांच की गई तो मोहल्ले लोगों ने सलीम व राजू की पहचान की। उसने कहा कि उसका बेटा सकुशल मिल गया है। मोहल्ले के बच्चे को ही किया अगवा तो पकड़े गए
दोनों अपहरणकर्ताओं ने रुपयों के लालच में अपने मोहल्ले के बच्चे का ही अपहरण कर लिया। उन्हें लगा कि उनके बारे में किसी को पता नहीं चलेगा। इसीलिए वे बच्चे को लेकर रुपये लेने के लिए गढ़शंकर चले गए। इसी दौरान सीसीटीवी फुटेज से उनके मोहल्ले के लोगों ने ही उनको पहचान लिया। क्योंकि दोनों पेंट का काम करते थे। पहचाने जाने के बाद पुलिस ने घेराबंदी कर दबाव बनाया तो वे पकड़ में आ गए।