पेयजल की बेकद्री, 500 मीटर में तीन जगह लीकेज
नवांशहर स्थानीय चंडीगढ़ चौक से लेकर डीसी रेजिडेंस के सामने तक लगभग 500 मीटर के दायरे में प्रशासन की आंखों के सामने ही तीन जगह पर पेजयल लीकेज से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। इन लीकेज के कारण सड़क को भी नुकसान हो रहा है। यही कारण है कि लीकेज वाली जगह पर सड़क काफी खोखली हो चुकी है जिसके कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
मोहम्मद शाहिद, नवांशहर
स्थानीय चंडीगढ़ चौक से लेकर डीसी रेजिडेंस के सामने तक लगभग 500 मीटर के दायरे में प्रशासन की आंखों के सामने ही तीन जगह पर पेजयल लीकेज से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। इन लीकेज के कारण सड़क को भी नुकसान हो रहा है। यही कारण है कि लीकेज वाली जगह पर सड़क काफी खोखली हो चुकी है, जिसके कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
मगर, इस बारे में स्थानीय प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। बता दें कि इस रास्ते से प्रदेश के मंत्रियों का भी आना-जाना होता है। इसके अतिरिक्त इसी सड़क पर जिला अधिकारियों के कार्यालय व रिहायश भी है।
इस संदर्भ में समस्याओं से जूझ रहे इलाका निवासी प्रीतम पाल सिंह, संतोख सिंह, गुरदीप सिंह रीहल, मनोज कुमार व प्रदीप कुमार आदि ने बताया कि पानी की लीकेज यहां पर कोई नई समस्या नहीं है। इन्हीं प्वाइंटों पर हर बार पानी की लीकेज होती है। इस लीकेज के कारण लोगों के घरों में दूषित पेयजल आता है। ऐसे में कई लोगों ने शुद्ध पेजयल के लिए आरओ सिस्टम अपने घरों में लगाए हुए हैं। मगर, गरीब आदमी कहां जाए, वह तो दूषित पानी ही पीने को मजबूर है। इसके कारण पानी जनित बीमारियों की चपेट में आने को गरीब लोग विवश हैं।
उन्होंने बताया कि उक्त समस्या के बारे में कई बार जिला प्रशासन को भी लिखित में दिया गया है। इसके बावजूद उन्हें पेयजल लीकेज की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि पानी की लीकेज के कारण सड़क पर गड्ढे बन गए हैं। इससे कई बार वाहन चालक हादसे का भी शिकार होते हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्रवासियों व वाहन चालकों की परेशानियों को देखते हुए उन्हें उक्त समस्या से निजात दिलाई जाए। उनका कहना है कि उक्त समस्या का स्थायी हल निकाला जाए, क्योंकि अक्सर मरम्मत करने के बाद फिर से कुछ दिन बाद उक्त समस्या शुरू हो जाती है।
------------
वाटर सप्लाई बोर्ड को करवाएंगे अवगत : ईओ
इस बारे में नगर कौंसिल के कार्यकारी अधिकारी राम प्रकाश का कहना है कि उक्त समस्या उनके ध्यान में नहीं है। यह समस्या पंजाब वाटर सप्लाई बोर्ड के तहत आती है। इस बारे में वह बोर्ड को इस बारे में अवगत करवा देंगे, ताकि वह इसे ठीक करके लोगों को परेशानी से निजात दिलाए।