प्रिस एन्क्लेव से गांव सलोह को जाने वाली सड़क खस्ताहाल
शहर की सीमा बढ़ने का खामियाजा शहर के आसपास के गांवों के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
वासदेव परदेसी, नवांशहर
शहर की सीमा बढ़ने का खामियाजा शहर के आसपास के गांवों के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। नवांशहर के सलोह रोड पर जिम के साथ जाने वाली सड़क को कई गांवों को जाती है। इसी सड़क पर स्थित प्रिस एन्क्लेव से गांव सलोह को जाने वाली सड़क की हालत इतनी दयनीय है कि बरसात के कारण इस सड़क पर आने जाने वाले राहगीरों के साथ-साथ इस सड़क के आसपास रहने वाले गांव सलोह के लोग भी बहुत परेशान हैं।
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पानी निकासी नहीं, सड़क पर जलभराव: अश्वनी
अश्वनी कुमार का कहना है कि इस सड़क पर बरसाती पानी की निकासी न होने के करण पानी सड़क पर भर जाता है और लोगों के घरों में घुस जाता है। इस सड़क को खोदे हुए छह महीने से ऊपर का समय हो गया। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं किया गया।
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विधायक से भी कर चुके हैं मुलाकात:तीर्थ
तीर्थ कौर का कहना है कि इस सड़क के बारे में लोगों ने प्रशासन को बताया था। सड़क की दयनीय हालत के लिए विधायक को भी बताया गया। लेकिन अभी तक किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। करीब 20 दिन पहले बीडीपीओ नवांशहर आए थे। उन्होंने भी इस सड़क को जल्द बनाने का भरोसा दिया था। गलियों व नालियों को जल्द बना देंगे, लेकिन समस्या हल नहीं हुई।
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पैदल चलना भी इस सड़क पर मुश्किल
रशपाल सिंह का कहना है कि विधायक को चाहिए कि वह अपने गांव की समस्या जो उनके ध्यान में हैं का जल्द से जल्द समाधान करवाना चाहिए। क्योंकि लोगों को आने जाने में बड़ी मुश्किल में जिदगी जीना पड़ रही है। पैदल चलना भी इस सड़क पर मुश्किल है।
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प्रशासन व नगर कौंसिल दे समस्या पर ध्यान
भारत भूषण का कहना है कि इस क्षेत्र में लाइट का भी कोई प्रबंध नहीं है। टूटी सड़क के कारण लोग अंधेरे में कई बार गिर चुके हैं। सड़क पर पड़े गड्ढों के कारण इनमें पानी भर जाता है और सड़क का पता नहीं चलता। प्रशासन व नगर कौंसिल को लाइट तथा इस सड़क को बनाने की और ध्यान देना चाहिए, ताकि लोगों को पेश आ रही परेशानी दूर हो सके।
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बरसात के बाद किया जाएगा समस्या का समाधान: अंगद सिंह
इस संबंध में विधायक अंगद सिंह का कहना है कि यह सीवरेज डालने के लिए सड़क खोदी गई थी, क्योंकि इस क्षेत्र में सीवरेज की समस्या थी। इस समस्या का समाधान बरसात के बाद कर दिया जाएगा। 80 लाख रुपये की लागत से यहां पर सीवरेज डालकर समस्या का समाधान होगा। इसका टेंडर भी हो चुका है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दौरान भी उन्होंने एक करोड़ के करीब राशि विकास कार्यों के लिए अपने क्षेत्र के लिए जारी की गई है।