बच्चा, नागरिक व समाज शिक्षित तो देश भी शिक्षित माना जाएगा
केसी ग्लोबल स्कूल डघाम में केसी ग्रुप के चेयरमैन प्रेम गांधी के निर्देश पर टीचर ट्रेनिग वर्कशाप लगाई गई।
जेएनएन, नवांशहर : केसी ग्लोबल स्कूल डघाम में केसी ग्रुप के चेयरमैन प्रेम गांधी के निर्देश पर टीचर ट्रेनिग वर्कशाप लगाई गई। इसमें सभी अध्यापकों ने स्कूल में शिक्षा में नयापन लाने तथा बच्चों के हिसाब से उनके शारीरिक व मानसिक विकास को लेकर विचार रखे। प्रिसिपल डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि शिक्षा शब्द का सीधा व सामान्य अर्थ सीखने-सिखाने की प्रक्रिया से जुडा है। इसका लक्ष्य बच्चे का मानसिक, शारीरिक व बौद्धिक विकास करवाना है। शिक्षा का संबंध समाज के साथ है। उन्होंने कहा कि अगर बच्चा, नागरिक व समाज शिक्षित है तो देश भी शिक्षित माना जाएगा। शिक्षित समाज बनने से उस देश की जीवन शैली बदल जाती है। समाज के प्रति व्यवहार भी सभी लोगों का अच्छा रहता है। इसके लिए सारा श्रेय एक अच्छे टीचर को ही जाता है। प्रिसिपल ने कहा कि हमें बच्चों को भाषण देने से पहले खुद भी स्टूडैंट के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार होकर आना चाहिए। उन्होंने वर्कशाप के दौरान सीबीएसई बोर्ड के हिसाब से पढाई, अनुशासन, विषय व होमवर्क आदि मेहनत करने व बच्चों से करवाने सबंधी जानकारी दी। इस अवसर पर संदीप सिंह, अमनदीप कौर, दविदर कौर, मनप्रीत कौर, अमरजीत कौर भट्टी, अशोक कुमार, गुरिदर सिंह, वेद प्रकाश, रजनी शर्मा, अमनजोत कौर, रजनी बाला, जसप्रीत कौर, एकता, भूपिदर कौर, कामनी राणा आदि हाजिर रहे।
टीचर को टीवी, इंटरनेट व मैगजीन से जानकारी भी पढ़ाना चाहिए
स्कूल के अन्य टीचरों ने अपने विषयों के अनुसार मंच पर बताया कि हमें पढ़ाते समय किताबों को देख कर भाषण ही नहीं करना है, हमें पढ़ाई को प्रश्नोत्तरी के रूप में भी लेना है ताकि विद्यार्थियों में पढ़ने की रूचि विकसित हो सके। उन्होंने कहा, टीचर को पढ़ाने के लिए किताबी ज्ञान के साथ ही न्यूज पेपर, मैगजीन, इंटरनेट, टीवी से भी जानकारी लेकर पढ़ाना है। पढ़ाते समय हमें बच्चे के दिमाग को भी पढ़ाना है, उसका दिमाग अगर पढ़ाई में नहीं लग रहा तो उसके लिए हमें पढ़ाई को रोचक बनाना होगा, तभी वह पढ़ाई के प्रति अपनी रुचि को बढ़ा पाएगा। प्रिसिपल व टीचरों ने इस वर्कशाप से काफी ज्ञान अर्जित किया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप