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सुबह पांच बजे तस्करों को दबोचने के लिए दो गांवों को घेरा, खाली हाथ लौटे

सुबह पांच बजे के करीब दो गांवों में सायरन बजने लगे। पुलिस ने गांवों के हर रास्ते को पूरी तरह से घेर लिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 11:42 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jul 2019 11:42 PM (IST)
सुबह पांच बजे तस्करों को दबोचने के लिए दो गांवों को घेरा, खाली हाथ लौटे
सुबह पांच बजे तस्करों को दबोचने के लिए दो गांवों को घेरा, खाली हाथ लौटे

जागरण संवाददाता, नवांशहर : सुबह पांच बजे के करीब दो गांवों में पुलिस की जीप के सायरन बजने लगे। पुलिस ने गांवों के हर रास्ते को पूरी तरह से घेर लिया। इतनी सुबह गांवों में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात देखकर गांव वाले हैरान हो गए। उन्हें लगा कि गांव में कोई बड़ी घटना हुई है या कोई बड़ा अपराधी गांव में घुस आया है। दो घंटे तक दर्जनों घरों में जाकर पुलिस ने तलाशी ली लेकिन कुछ भी हाथ नही लगा। गांव जब्बोवाल व गांव थांदिया में 200 पुलिस कर्मियों ने नशा तस्करों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई का नेतृत्व एसपी (एच) हरीश दियामा व एसपी (जांच) वजीर सिंह खैहरा ने किया। सुबह करीब पांच बजे पुलिस की टीमों ने गांवों के आने-जाने वाले हर रास्ते पर नाकाबंदी कर दी। गांव जब्बोवाल में कार्रवाई का नेतृत्व एसपी (एच) हरीश दियामा कर रहे थे। उनके साथ डीएसपी कैलाश चंद्र, एसएचओ नवांशहर कुलजीत सिंह, एसएचओ सदर सरबजीत सिंह सहित सवा सौ के करीब पुलिस मुलाजिम थे। गांव जब्बोवाल में आने वाले लोगों की भी हुई चेकिंग

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पुलिस फोर्स ने गांव जब्बोवाल के करीब एक दर्जन घरों को एक-एक के जांच की। इस दौरान पूरे गांव को घेरे बंदी में रखा गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव के इन एक दर्जन घरों से नशे कारोबार होता है। यहां रहने वाले कई लोगों पहले नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है। घेरा बंदी के दौरान गांव में बाहर से आने वाले लोगों की भी जांच की गई। गांव थांदियां में गहनता से पूछताछ

बंगा सब डिवीजन के अंतर्गत आने वाले गांव थांदियां में एसपी (जांच) वजीर सिंह खैहरा ने मोर्चा संभाल रखा था। यहां डीएसपी नवनीत सिंह माहल व अन्य पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में छह दर्जन से अधिक पुलिस कर्मियों ने गांव को पहले घेरा। इसके बाद एक-एक घर की तलाशी ली गई। यहां भी पहले से तय घरों की जांच की गई। यहां भी दस के करीब घरों में नशे का पता लगाने की कोशिश की गई। गांव में दूध बेचने वाले लेकर अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई। यहां भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। किसी भी घर से किसी प्रकार की संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। नशा सप्लाई रोकने के लिए चलाया था अभियान : हरीश दियामा

एसपी (एच) हरीश दियामा ने कहा कि इस गांव के बारे में पुलिस के पास काफी सूचनाएं आ रही थी। इस गांव के कुछ घरों के लोगों पर नशा तस्करी के काफी मुकद्दमें दर्ज हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि यह सुबह-सुबह की नशे की सप्लाई की जाती है। इसी के हिसाब प्लान कर छापामारी की गई थी। छापामारी के दो मकसद थे। एक की यदि यहां नशा है तो उसे पकड़ा जाए। दूसरा नशा तस्करों को यह संदेश देना कि पुलिस उनके यहां कभी भी छापामारी कर सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा 8360833805 व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है। यहां नशा तस्करी संबंधी कोई भी सूचना दी जा सकती है।

नशा तस्करों को नहीं छोड़ेगी पुलिस : खैहरा

एसपी(जांच) वजीर सिंह खैहरा ने कहा कि गांव थांदिया में पुलिस ने संदिग्ध घरों में तलाशी अभियान को चलाया। आज की छापामारी नशा तस्करों की जमीन स्तर की सप्लाई लाइन को ध्वस्त करने के लिए थे। आज की जांच में कुछ नहीं मिला है। किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस आगे भी इस प्रकार के सघन तलाशी अभियान को जारी रखेगी। नशा तस्करों को छोड़ा नहीं जाएगा। जांच में कुछ नही मिला : डीएसपी

डीएसपी नवनीत सिंह माहल ने कहा कि आज की जांच में कुछ भी नहीं मिला है, लेकिन इसी प्रकार की जांच कुछ दिन पहले गांव भौरा में की गई थी तो नशीले टीके बरामद हुए थे। उन्होंने कहा कि लोगों को नशे को खत्म करने के लिए पुलिस का सहयोग करना चाहिए।


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