आज शिक्षा भवन मोहाली का घेराव करेंगे मिड डे मील दफ्तर के कर्मी
एक तरफ तो पंजाब सरकार शिक्षा विभाग को देश में पहले नंबर पर आने पर वाहवाह करती नहीं थक रही वहीं दूसरीे तरफ विभाग को पहले नंबर पर लाने के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले मुलाजिमों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर: एक तरफ तो पंजाब सरकार शिक्षा विभाग को देश में पहले नंबर पर आने पर वाहवाह करती नहीं थक रही, वहीं दूसरीे तरफ विभाग को पहले नंबर पर लाने के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले मुलाजिमों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। इसलिए इसके विरोध में आज शिक्षा भवन मोहाली का सर्व शिक्षा अभियान व मिड डे मील दफ्तरी मुलाजिम घेराव करेंगे। सर्व शिक्षा अभियान व मिड डे मील दफ्तरी कर्मचारी यूनियन पंजाब की नेता नरिदर कौर ने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत 2005 से भर्ती शुरू हुई थी, जो 2011 तक जारी रही। पंजाब सरकार के नियम शर्तों पर परीक्षा देकर नौकरी में आए दफ्तरी मुलाजिमों को विभाग और समय-समय की सरकारों ने अनदेखा किया। 16 सालों से उन्हें रेगुलर करने के आर्डर भी दिए, परंतु अभी तक उनकी अन्य मागें नहीं मानीं। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत काम करते 8886 अध्यापकों को पंजाब कांग्रेस सरकार ने एक अप्रैल 2018 को रेगुलर कर दिया गया, परन्तु अध्यापकों से पहले के काम कर रहे दफ्तरी मुलाजिमों को इस बार भी भुला दिया गया। मुलाजिमों को रेगुलर करने के लिए 16 दिसंबर 2019 को स्वीकृत करने के बावजूद दो सालों से सरकार सिर्फ विचार करने का बहाना ही बना रही है।