अज्ञानता के अधंकार में डूबे समाज को गुरु रविदास जी ने दिखाई ज्ञान की रोशनी
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान नवांशहर की ओर से लाला संगत राए सरीन म्युनिसिपल पार्क न्यू टीचर कॉलोनी में गुरु रविदास महाराज के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय कार्यक्रम कराया गया।
जेएनएन, नवांशहर : दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान नवांशहर की ओर से लाला संगत राए सरीन म्युनिसिपल पार्क, न्यू टीचर कॉलोनी में गुरु रविदास महाराज के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय कार्यक्रम कराया गया। पहले दिन उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए स्वामी विष्णुदेवानंद ने कहा कि युगपुरुष जब इस धरा पर आते हैं तो जगत में उजियारा और नवचेतना का संचार करते है।
उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरूष विश्व धरा के आंचल पर एक अजब करिशमा कर प्रत्येक हृदय को एक सूत्र में पिरो देते है, क्योंकि यह मातृभूमि ऋषियों की भूमि है। अज्ञानता के अंधकार में डूबे इस समाज को ज्ञान के दीपक से प्रकाशित कर वक्त की सोई हुई रूहों को जगाने के लिए समय-समय पर संत महापुरुष इस धरा पर अवतरित होते हैं। ऐसे ही एक महापुरूष हुए हैं संत रविदास जी। गुरु रविदास महाराज एक महान सतगुरु, राष्ट्र के सृजनकर्ता थे। उन्होंने ऊंच-नीच का भेद मिटा कर समाज की सूरत बदल दी, रूढि़वादिता की जंजीरों को तोड़कर जागरूकता का आगाज किया। मानव के भीतर क्रांति का सूर्य उदय करके सत्य के पथ से जोड़ा।
स्वामी जी ने कहा कि आज भी मानव को ऐसे तत्व²ष्टा गुरु की जरूरत है। क्योंकि आज का मानव भी अपराध जगत का नायक बन चुका है। रक्षक भक्षक बन चुका है। आज मानव में दानव जाग उठा है, रिश्तों की पवित्रता मिट्टी में मिल रही है। इसलिए आज जरूरत एक पूर्ण सतगुरु की जिसके द्वारा एक मानव ब्रह्मज्ञान प्राप्त कर जीवन को सफल बना सके। इस अवसर पर स्वामी मलकीत जी, गुरपरीत जी, गुरदिर जी ने महापुरूषों की पवित्र वाणी एवं भजन संर्कीतन किया।