तपस्या व जाप से होती है आत्मा की शुद्धि
नवांशहर श्री वर्धमान जैन सेवा संघ नवांशहर ने वर्तमान आचार्य सम्राट डॉ. शिव मुनि महाराज का 79वां जन्मदिन श्रद्धा एवं उत्साह से मनाया गया।
जेएनएन, नवांशहर: श्री वर्धमान जैन सेवा संघ नवांशहर ने वर्तमान आचार्य सम्राट डॉ. शिव मुनि महाराज का 79वां जन्मदिन श्रद्धा एवं उत्साह से मनाया गया। वर्धमान जैन सेवा संघ के प्रधान मनीष जैन एवं जनरल सेक्रेटरी रतन कुमार जैन ने बताया कि आचार्य सम्राट डॉक्टर शिव मुनि महाराज का जन्मदिन पूरे भारत में तप साधना के रूप में मनाया जा रहा है। इस बार पूरे भारत में गुरु भक्तों ने 79000 अकाशना व्रत एवं सामायिक करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी कड़ी के तहत वर्धमान जैन सेवा संघ नवांशहर की प्रेरणा से नवांशहर में 45 अकाशना व्रत व 201 सामायिक की गई कोरोना महामारी व लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए इस बार सामूहिक रूप से न कर सभी गुरु भक्तों ने अपने अपने घर में ही तपस्या की । आचार्य सम्राट डॉ. शिव मुनि महाराज ने ऑनलाइन अपने संदेश में कहा है कि तपस्या व जाप से आत्मा की शुद्धि होती है। रतन जैन ने बताया कि एकाशन तप में दिन में केवल एक बार भोजन किया जाता है, इसके अतिरिक्त केवल गर्म जल पीया जाता है। सामायिक में एक स्थान पर 48 मिनट बैठकर माला जाप आदि धार्मिक क्रियाएं की जाती हैं। आचार्य सम्राट डॉक्टर शिव मुनि महाराज आजकल सूरत में विराजमान हैं। उन्हें शुक्रवार को डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम विश्व शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान सुरेंद्र जैन, केके जैन, बैजनाथ जैन, अलका जैन, सविता जैन, अचल जैन, तृप्ता जैन, अशोक जैन, राजीव जैन, दर्शन जैन, अजीत जैन, वीरेंद्र जैन, राकेश जैन, नीलेश जैन, भूषण जैन, मनीष जैन व संजीव जैन भी मौजूद थे। इसके अलावा अमृतलाल जैन, शीतल जैन, दीपक जैन, पुनीत जैन, ललित जैन, अनु जैन, गौतम जैन, प्रिस जैन, रोहित जैन, कांता जैन, शैली जैन, वरुण जैन, रजत जैन, राजेश जैन, अनिल जैन, यशपाल जैन, विषय जैन व पंकज जैन ने भी आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।