करियाम में महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में निकाली शोभायात्रा
नवांशहर गांव करियाम में महादेव यूथ वेलफेयर कमेटी शिव मंदिर द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में शोभायात्रा निकाली गई। यह जानकारी कमेटी के प्रधान मंगत राम ने दी है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
गांव करियाम में महादेव यूथ वेलफेयर कमेटी शिव मंदिर द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में शोभायात्रा निकाली गई। यह जानकारी कमेटी के प्रधान मंगत राम ने दी है।
उन्होंने बताया कि यह शोभायात्रा शिव मंदिर से शुरू होकर गांव की गलियों और मैन रोड से होती हुई वापस शिव मंदिर में संपन्न हुई। शोभायात्रा के स्वागत के लिए शिव भक्तों द्वारा जगह-जगह पर फल, समोसे, लड्डू, दूध, पूरी-चने के लंगर लगाए गए। श्रद्धालु हर जगह हर हर महांदेव के जयकारे लगा रहे थे।
शोभायात्रा से पहले सात दिन तक लगातार प्रभातफेरियां भी निकाली गई। जिनमें श्रद्धालुओं ने काफी उत्साह दिखाया। शुक्रवार रात को भोलेनाथ का विशेष जागरण करवाया जाएगा। जिसमें मशहूर भजन मंडलियां भोलेनाथ की महिमा का गुणगान करेंगी।
इस अवसर पर कमेटी के सचिव शिदर पाल के अतिरिक्त दर्शन लाल, दिलबाग सिंह बागी सरपंच, राजपाल पंच, अमरजीत मानी, सुरिदर पाल, सुरेश कुमार, टोनी, दलजीत (नोना), पाश, साहिल, गौरव, आकाश, नरिदर कुमार, साबी, संदीप, रवि, गीता रानी, संतोष मानी, पूनम मानी, अनीता मानी, शानू मानी, जसबीर कौर, गीता, रोमन, निशा, अंजू, पूजा, संतोष कुमारी, कुलवंत कौर, अमन, तमन्ना, दामिनी, दलजीत कौर आदि उपस्थित थे।
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दियोटसिद्ध में बाबा बालकनाथ का वार्षिक मेला 14 से
संवाद सूत्र, नवांशहर
दियोटसिद्ध गुफा में बाबा बालकनाथ का वार्षिक मेला 14 मार्च से शुरू होकर 13 अप्रैल तक चलेगा। बता दें कि चैत्र मास में श्रद्धालु दूर-दूर से बाबा बालकनाथ की गुफा के दर्शन करने आते हैं। वैसे तो यहां श्रद्धालुओं का सारा साल आना-जाना लगा रहता है। मगर, चैत्र मास में लोग बड़ी संख्या में झंडे लेकर जाते हैं। वर्तमान में उक्त जगह के महंत राजिदर गिरी मुख्य गद्दीनशीन हैं। यह जानकारी मंदिर ट्रस्ट के अधिकारी कृष्ण कुमार ठाकुर ने दी है।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए गुफा खुली रहेगी व मेला पूर्ण रूप से चलेगा। इस दौरान श्रद्धालु कोविड की हिदायतों का पालन जरूर करें। कोई भी खुले में लंगर नहीं लगाएगा। श्रद्धालुओं से अपील की है कि मंदिर परिसर में शांति बनाए रखें तथा पूर्ण रूप से प्रशासन तथा न्यास ट्रस्ट का सहयोग करें।