गांव बेगोवाल के पास माइनिंग में लगी चार पोकलेन सहित सात टिप्पर जब्त, चार गिरफ्तार
गांव बेगोवाल के पास खड्डों में में रेत की अवैध माइनिंग हो रही है। इसके बाद माइनिंग विभाग के एसडीओ युगनेश गोयल के साथ मौके पर रेड की तो मौके पर चार पोकलेन व सात टिप्पर रेत से भरे मिले।
नवांशहर, जेएनएन। पुलिस और माइनिंग विभाग ने माइनिंग करने वालों पर शिकंजा कस दिया है। शुक्रवार देर रात थाना औड़ पुलिस ने सतलुज दरिया के किनारे गांव बेगोवाल के पास अवैध माइनिंग में लगी चार पोकलेन सहित सात टिप्परों को कब्जे में लेकर चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी अलका मीणा ने बताया कि एएसआइ हरजिंदर सिंह टीम के साथ गांव फांबड़ा में गश्त पर थे। इसी दौरान उन्हें पता चला कि गांव बेगोवाल के पास खड्डों में में रेत की अवैध माइनिंग हो रही है। इसके बाद माइनिंग विभाग के एसडीओ युगनेश गोयल के साथ मौके पर रेड की, तो मौके पर चार पोकलेन व सात टिप्पर रेत से भरे मिले।
पुलिस ने गांव मांगट के रहने वाले रोहित सिंह, गांव कक्का पोला के सर्वजीत सिंह, मांगट के रहने वाले मलकीत सिंह व गांव खुर्द के रहने वाले जसपाल सिंह को हिरासत में लेकर इनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। गौर हो कि पिछले सात माह में ही पुलिस व माइनिंग विभाग ने माइनिंग करने के आरोप 65 लोगों पर मामला दर्ज कर 50 टिप्परों को कब्जे में लिया था।
राहों पुलिस ने भी बीते मंगलवार को 29 टिप्पर, दो पोकलेन, एक ट्रैक्टर ट्राली सतलुज दरिया से रेत से लदी पकड़ी थी। इस मामले में पुलिस ने थाना कुमकला के रहने वाले हरजीत ¨सह, माछीवाड़ा के रहने वाले मनमोहन ¨सह, जिला संगरूर के गांव घाबदा के रहने वाले शिदर खान और इसी गांव के रहने वाले विक्रमजीत ¨सह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वहीं गांव सैदपुर कलां के पास भी छापेमारी के दौरान कई टिप्परों व अन्य सामान को जब्त किया गया था। राहों में बेरोकटोक जारी है खनन उल्लेखनीय है कि राहों के अंतर्गत बुर्ज टहिल दास, बेगोवाल, खोजा, बैरसाला, मंडाला, लालोवाल, सैदपुरकलां, मेहंदीपुर और मलकपुर की खड्डों को हर बार रेत की निकासी के लिए ठेके पर दिया जाता था। इस बार सिर्फ दो खड्डों बुर्ज टहिल दास और बेगोवाल को ही ठेके पर दिया गया है, जिस कारण खनन का काम यहां पर जारी है। सात खड्डें दी हैं ठेके पर जिले में खनन के लिए सात खड्डें ठेके पर दी हैं। इनमें से बृज टहिलदास और बेगोवाल में रेत का खनन कानूनी तौर पर जारी है, पर पांच खड्डों रैलबरामद, ताजोवाल, डूगरी बेट, औलिया पुर व सारंगपुर को पर्यावरण क्लीयरेंस सर्टीफिकेट न मिलने से इन्हें शुरू नहीं करवाया जा सका है।
जिले में किसी भी स्थान पर माइ¨नग नहीं होने दी जाएगी। पुलिस आगे भी ऐसी कार्रवाई को जारी रखेगी। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। अलका मीणा, एसएसपी। माइ¨नग करने वालों के खिलाफ एक मुहिम शुरू की गई है। पकड़े गए वाहन चालको को जमानत मिल जाती है, जिसके बाद वह फिर माइ¨नग में जुट जाते हैं। अब ऐसा नहीं होगा और केस में सख्त धाराएं जोड़ी जाएंगी। हर¨जदर ¨सह, माइनिंग इंस्पेक्टर।