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तालाब बंद कर पहले लगाया ट्यूबवेल, अब बन रहा पार्क

जिले में पानी का स्तर दिन प्रतिदिन नीचे जा रहा है। तालाबों और छप्पड़ों में बारिश का पानी जमा होता है और ये भूजल को रिचार्ज करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 05:55 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 05:55 PM (IST)
तालाब बंद कर पहले लगाया ट्यूबवेल, अब बन रहा पार्क
तालाब बंद कर पहले लगाया ट्यूबवेल, अब बन रहा पार्क

ऋषि चंद्र, नवांशहर : जिले में पानी का स्तर दिन प्रतिदिन नीचे जा रहा है। तालाबों और छप्पड़ों में बारिश का पानी जमा होता है और ये भूजल को रिचार्ज करते हैं। जमीनों की बढ़ी कीमत और अतिक्रमण ने तालाबों को आज लगभग खत्म ही कर दिया है। नतीजा इसका यह हुआ है कि भूजल का रिचार्ज होना बंद हो गया है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में गिनती के तालाबों में से एक तालाब को खत्म करके वहां पार्क का निर्माण हो रहा है। इस जगह पर पहले एक ट्यूबवेल लगाया जा चुका है और अब पार्क बनाया जा रहा है। पुराने लोग तो न्यू टीचर कॉलोनी को तालाब वाले मोहल्ले के नाम से ही जानते हैं, लेकिन अब यहां तालाब खत्म हो चुका है। दरअसल कॉलोनी बनने के बाद यहां के लोगों ने ही जनप्रतिनिधियों से यहां पार्क बनाने की मांग की। इसके बाद नगर कौंसिल ने पहले यहां एक ट्यूबवेल लगा दिया, जिससे मोहल्ले में पानी की सप्लाई हो रही है। इसके बाद पिछले सप्ताह ही यहां पार्क बनाने का उद्घाटन कर दिया गया। अब यहां पार्क बनेगा। पानी रिचार्ज कैसे होगा इसकी परवाह किसी को भी नहीं है।

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कभी पानी व कपड़े धोने आदि सारे काम तालाब में होते थे

शहर के लोग बताते हैं कि यहां एक बहुत बड़ा तालाब था और आसपास के लोग लोग तालाब के पानी में नहाने, कपड़े धोने व जानवरों को पानी पिलाने व उन्हें नहलाने के काम तालाब में ही करते थे। धीरे-धीरे तालाब की सफाई नहीं होने से यह भरने लगा। लोग अपने घरों का कूड़ा करकट व मलबे को यहां फेंकने लगे। इसके बाद यह तालाब भर गया। जब न्यू टीचर कॉलोनी बनी तो यहां का सारा मलबा इसी सूखे तालाब में डाला जाने लगा।

पानी सूखने पर लोगों ने शुरू किया मलबा डालना

मोहल्ले के बुजुर्गो का कहना है कि पहले यहां एक मंदिर था जो सरीन परिवार के जठेरे माना जाता है। इसी के पास में एक बहुत बड़ा तालाब था। इसका उपयोग उस समय के लोग करते थे। दो से तीन दशक पहले यहां का पानी सूखा और लोगों ने इसमें मलबा डालना शुरू कर दिया। मोहल्ले में बसे नए लोगों को तो पता ही नहीं है कि यहां कोई तालाब भी था।

वाटर रिचार्ज के किए जा रहे प्रबंध : कौंसिल प्रधान

कौंसिल प्रधान ललित मोहन पाठक का कहना है कि शहर मे पुराने समय में 15 तालाब थे, लेकिन इन तालाबों को लोगों ने भरकर इन पर कब्जे कर लिए हैं। नगर कौंसिल रिचार्ज के लिए बाहर से टीम मंगवा रही है। उन्होंने बताया कि उसके लिए काम शुरू होने वाला है।


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