टूरिस्ट वीजा लगाकर एक लाख ठगे
औड़ के एक ट्रैवल एजेंट ने एक युवक को दुबई में वर्क परमिट दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी की है।
जेएनएन, नवांशहर : औड़ के एक ट्रैवल एजेंट ने एक युवक को दुबई में वर्क परमिट दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी की है। तीन महीने का टूरिस्ट वीजा लगाकर एजेंट ने युवक को विदेश में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। थाना औड की पुलिस ने एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता राम लुभाया ने बताया कि उसने विदेश में विभिन्न कार्यो के लिए वर्क परमिट दिलाकर विदेश भेजने का एक पंपलेट देखा था। इस पंपलेट पर सहोता ट्रैवल्स का पता बताया गया था। वह सहोता ट्रैवल्स के पास विदेश में वर्क परमिट के लिए बातचीत करने गया। राम लुभाया ने सहोता ट्रैवल्स को बताया कि वह कारपेंटर का काम जानता है। यदि विदेश में ऐसा कोई काम है तो उसे वह वहां भेज दें। सहोता ट्रेवल्स ने लुभाया को बताया कि विभिन्न कंपनियों में वर्क परमिट निकले हैं और वह इन कंपनियों में उसे वर्क परमिट दिलाकर विदेश भेज देंगे। जिस कंपनी में वह उसे भेजेंगे वह कंपनी रहने और खाने का खर्च अलग से देगी। वर्क परमिट दो साल का होगा और समय के मुताबिक आगे बढ़ा दिया जाएगा। सहोता ट्रेवल्स ने लुभाया का पासपोर्ट ले लिया और दुबई भेजने के लिए उससे एक लाख रुपये की बात पक्की की। लुभाया ने 12 मई को अपना पासपोर्ट और 20 हजार रुपये एजेंट के औड़ स्थित दफ्तर में दिए थे। इसके बाद एजेंट ने उसे विश्वास दिलाया कि तीन महीने के भीतर उसका वर्क परमिट आ जाएगा। 10 जुलाई को लुभाया सहोता ट्रैवल्स को मिला और एजेंट ने कहा कि वीजा फीस भरने के लिए उसे 20 हजार रुपये ओर जमा करवाने पड़ेंगे। लुभाया ने 20 हजार रुपये दे दिए। एजेंटा ने इसके बाद दो-चार दिन में उसका वीजा आने का आश्वासन दिया। 12 जुलाई को लुभाया ने ट्रैवल एजेंट को 20 हजार रुपये और दे दिए। तब एजेंट ने कहा कि उसका वीजा आ गया है और वह टिकट देने उसे उसके घर आ रहा है। बाकी 60 हजार रुपये का भी इंतजाम कर ले। एजेंट ने 60 हजार रुपये लेने के बाद लुभाया को वीजा और टिकट दे दिया गया और बताया कि 21 जुलाई को उसकी टिकट बुक करा दी गई है।
एयरपोर्ट पर अधिकारी ने कहा-लुभाया का वीजा टूरिस्ट है
राम लुभाया ने बताया कि दुबई जाने के लिए वह घर से अमृतसर एयरपोर्ट चला गया था। एयरपोर्ट पर वीजा और टिकट चेक करने वाले अधिकारी बताया कि उसे 14 हजार रुपये ओर जमा करवाने पड़ेंगे, जिससे उसकी वापसी की टिकट बुक की जाएगी। राम लुभाया ने अफसर से कहा कि उसका दो साल का वर्क परमिट का वीजा है और अभी उसको वापसी की टिकट की आवश्यकता नहीं है। यह सुनकर अफसर ने उसे बताया कि उसका वीजा तीन महीने का टूरिस्ट वीजा है। यह सुनकर लुभाया दुबई नहीं गया और गांव लौट आया। इसके बाद ट्रैवल एजेंट के दफ्तर के कई चक्कर लगाए, लेकिन एजेंट ने अपना दफ्तर कहीं और शिफ्ट कर लिया था।