स्कूल वैन की टक्कर से मोटरसाइकिल सवार की मौत, दूसरा गंभीर
बलाचौर-गढ़ी रोड पर हुए दर्दनाक सड़क हादसे में मोटरसाइकिल सवार एक नौजवान की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
संवाद सहयोगी, बलाचौर : बलाचौर-गढ़ी रोड पर हुए दर्दनाक सड़क हादसे में मोटरसाइकिल सवार एक नौजवान की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलते ही एएसआइ भला अमीर सिंह पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंचे घायल को सिविल अस्पताल बलाचौर पहुंचाया। गनीमत यह थी कि वैन में स्कूली बच्चे नहीं थे। मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्ति बलाचौर की तरफ से गढ़ी की तरफ जा रहे थे। उनके पीछे के एक कैंटर था। कैंटर को दलजिदर सिंह चला रहा था। इस दौरान सामने से आ रही टाटा मैजिक स्कूल वैन मोटरसाइकिल के साथ टक्कर हो गई और पीछे से आ रहे कैंटर की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि मौत के शिकार हुए मोटरसाइकिल चालक रमन कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। वह थाना नुरपुर के तहत गांव हियातपुर के जगदेब सिंह का बेटा था। घायल की पहचान रमन के साथी रवि कुमार गंभीर के रूप में हुई है। स्कूल वैन को जागर सिंह चला रहा था। वह गढ़ी की तरफ से बलाचौर को आ रहा था। बलाचौर-मेहंदीपुर रोड पर यह हादसा हुआ। रवि कुमार को यहां सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। दुर्घटना के बाद स्कूली बच्चों के अभिभावक चिंता में हैं। उनका कहना है कि वैन चालक की सीट से शराब मिलना चिंता का विषय है। यह बिल्कुल गलत है। निजी स्कूल बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। दुर्घटना के बाद अभिभावक चिता में हैं।
वैन पर नहीं लिखा है किसी स्कूल का नाम
एएसआइ भोला अमीर सिंह ने बताया कि हादसा ग्रस्त वाहनों को पुलिस ने कब्जे में लेकर रमन कुमार का शव पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके वारिसों के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि टाटा मैजिक कौन से स्कूल की है खबर लिखे जाने तक यह पता नहीं लग पाया था है। उस पर किसी भी स्कूल का नाम नहीं लिखा है। वैन गांव गढ़ी कानूनगो के पास चल रहे एक निजी स्कूल की बताई जा रही है। कोर्ट के आदेश के अनुसार गाड़ी पर स्कूल का नाम और फोन नंबर लिखना अनिवार्य है, लेकिन बलाचौर ट्रैफिक पुलिस इसको नजरअंदाज कर रही है।
स्कूल वैन की सीट पर रखी मिली शराब की बोतल
स्कूल वैन की एक सीट के ऊपर शराब की बोतल भी मिली है। कयास लगाये जा रहे हैं कि चालक ने ड्राइविग के समय शराब पी रखी थी। स्कूल वैन चलाने वाले अगर नशा करके या स्कूल वैन में शराब की बोतल मिलना स्कूल प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े करता है। दुर्घटना के बाद ट्रैफिक पुलिस की कार्यप्रणाली भी शक के घेरे में है। बच्चों के अभिभावकों ने कहा कि प्रशासन को समय-समय पर इन स्कूल वैन चालकों का डाक्टरी मुआयना करवाते रहना चाहिए और उन्हें हिदायतें भी जारी करते रहना चाहिए।