किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चार मजदूर विरोधी लेबर कोड को लेकर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चार मजदूर विरोधी लेबर कोड की कापियां चंडीगढ़ चौक नवांशहर में फूंकी गई। इसकी अगुवाई एटक के जिला कनवीनर कामरेड स्वतंत्र कुमार, सीटू के नेता कामरेड कुलदीप सिंह, हरपाल जगतपुर, पंजाब खेत मजदूर सभा के जिला प्रधान कामरेड कुकंदलाल, कीरती किसान यूनियन के नेता जसवीर दीप, कुलहिद किसान सभा के नेता जसविदर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र की सरकार खुलकर कार्पोरेट घरानों के हक में कानून बना रही है। इन नीतियों की शुरुआत कांग्रेस की मनमोहन सरकार की ओर से की गई थी। परन्तु केंद्र सरकार ने तानाशाही ढंग के साथ कोरोना की आड़ में लोकतंत्र का गला घोट कर किसान, मजदूर, कर्मचारी विरोधी कानून पास किए हैं। चार लेबर कोड मजदूर विरोधी कानूनों को एक अप्रैल से लागू करने का एलान कर दिया है। किसान चार महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं, परंतु उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि भारत के लोग इसको बर्दाश्त नहीं करेंगे, न ही लेबर कोड लागू होने देंगे। इस मौके पर यूनियन के नेता सतनाम सिंह, सुखदीप सिंह, संदीप कौर, जसवीर कौर, अजय मिंटू आदि मौजूद रहे।
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में कापियां फूंकी
संवाद सहयोगी, काठगढ़ :
मुख्य बाजार में निर्माण मिस्त्री मजदूर यूनियन और ग्रामीण म•ादूर यूनियन की तरफ से केंद्र सरकार की तरफ से खेती विरोधी बनाए गए कानून की कापियों फूंकी गई। इस मौके पर अवतार सिंह तारी, निर्मल जंडी व अशोक कलार ने कहा सदियों से प्राप्त किए हक केंद्र सरकार ने एक झटके साथ 44 कानूनों को खत्म कर दिया है। जिसके साथ मजदूरों की दिहाड़ी आठ घंटे की बजाए 12 घंटे कर दी गई। यूनियन बनाने, हड़ताल करने के अधिकार, काम पर रखने का अधिकार कार्पोरेट घरानों के हाथ दे दिया हैं। उन्होंने कहा कि आने वाला समय आम जनता के लिए मुश्किलों भरा होगा। उन्होंने अपील की कि लोगों को संघर्ष के लिए लामबंद होना चाहिए। इस मौके पर मदन नथा नंगल, पाली बछुआं, सनी पनेसर आदि उपस्थित थे।