न पीने को पानी, शौचालयों पर भी लटके ताले
बलाचौर तहसील कांप्लेक्स बलाचौर में हर रोज लाखों रुपये का रेवेन्यू इकट्ठा किया जाता है परंतु यहां काम के लिए आने वाले लोगों को प्रशासन द्वारा कोई सुविधा नहीं दी गई है।
नरेश कुमार हैप्पी, बलाचौर: तहसील कांप्लेक्स बलाचौर में हर रोज लाखों रुपये का रेवेन्यू इकट्ठा किया जाता है, परंतु यहां काम के लिए आने वाले लोगों को प्रशासन द्वारा कोई सुविधा नहीं दी गई है। गेट से अंदर आते ही पार्किंग के लिए पर्ची ठेकेदार पैसे लेना शुरू कर देता है। इसके अलावा यहां पर पीने के लिए पानी तक की सुविधा नहीं है। लगभग 188 गांवों की सब डिवीजन बलाचौर में हर रोज लाखों रुपये रेवेन्यू के तौर पर इकट्ठे होते हैं, परंतु यहां पर सुविधाएं न के बराबर हैं। यहां पानी की टंकी तो है, परंतु यह भी खाली पड़ी है, जिस कारण लोगों को खरीद कर पानी पीना पड़ता है। इसके अलावा शौचालयों को ताले लगे होने के कारण लोगों को उधर-उधर शौच करना पड़ता है। दिव्यांगों के लिए हजारों रुपये खर्च करके रैंप बनाया तो गया हैं, परंतु अधिकारी इसे चलाने को भूल गए हैं। तहसील कांप्लेक्स में बिजली कट लगने पर भी अपना जेनरेटर तक नहीं है, जिस कारण लोगों को भारी परेशानी होती है। नगर कौंसिल भी इस इमारत का हाउस टैक्स लेती है, परंतु फिर भी कोई सुविधा लोगों को नहीं दी जाती है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं में मनजीत बेदी, परवेश खोसला व गुरचैन धीमान आदि ने कहा कि अगर लाखों रुपये इकट्ठा करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों की समस्या का हल न किया, तो आने वाले दिनों में संघर्ष किया जाएगा। ऊपर की मंजिल को जाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने रैंप बनाया है, अभी तक इसका उद्घाटन नहीं किया गया है। जो पानी की समस्या है, इसके लिए सचिव हेल्थ विभाग और पब्लिक हेल्थ विभाग सहित डीसी नवांशहर के ध्यान को भी लिखा है। जल सप्लाई विभाग ने दो टंकियां पानी के लिए रख दी हैं। जल्द ही लोगों की समस्या का हल कर दिया जाएगा।
चेतन बंगड़ , तहसीलदार।