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25 करोड़ से बनने वाले खेल स्टेडियम का आज भी अधूरा, पांच नए का रख दिया नींव पत्थर

नवांशहर जिला स्टेडियम का सपना अभी भी जिले के लोगों के लिए अधूरा ही है। नवांशहर में 25 करोड़ से बनने वाले स्टेडियम का प्रोजेक्ट आज भी अधूरा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 12:08 AM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2020 05:03 AM (IST)
25 करोड़ से बनने वाले खेल स्टेडियम का आज भी अधूरा, पांच नए का रख दिया नींव पत्थर
25 करोड़ से बनने वाले खेल स्टेडियम का आज भी अधूरा, पांच नए का रख दिया नींव पत्थर

सुशील पांडे ,नवांशहर: जिला स्टेडियम का सपना अभी भी जिले के लोगों के लिए अधूरा ही है। नवांशहर में 25 करोड़ से बनने वाले स्टेडियम का प्रोजेक्ट आज भी अधूरा है। शुक्रवार को प्रदेश सरकार ने बेशक जिले में पांच खेल मैदान का नींव पत्थर प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने वीसी से रखा, पर यह स्टेडियम छोटे हैं। पिछले चार वर्षों से जिले में 25 करोड़ का जिला स्तरीय स्टेडियम बनना था, पर वह आज तक नहीं बन पाया है। जिले को बने हुए 25 वर्ष हो चुके हैं, पर कोई भी सरकार जिले को खेल स्टेडियम प्रदान नहीं कर सकी है। जिले के स्कूलों से खिलाड़ी निकल कर बेशक राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे हैं, पर उनको खेल स्टेडियम न होने के कारण बेहतर मौके नही मिल पाते हैं। केंद्र सरकार की खेलो इंडिया स्कीम प्रोजेक्ट के तहत नवांशहर में जिला स्तरीय खेल स्टेडियम बनाया जाना है। यह खेल स्टेडियम शूगर मिल के सामने बनाया जाएगा। इसके पहले गांव जाफरपुर, फिर गांव बरनाला व भंगल कलां में स्टेडियम बनना था, पर आखिर में शूगर मिल के सामने की जगह को मंजूरी मिली है। इस स्टेडियम में ट्रैक ,स्वीमिग रूल, खेल मैदान, बैडमिटन कोर्ट, वॉलीबाल कोर्ट, बास्केटबॉल, जिम, मल्टीपर्पज हॉल व पार्किंग आदि शामिल होंगे। इसे करीब 7 एकड़ की जमीन पर बनाया जाएगा। जिले में पिछले डेढ़ माह से कोई भी खेल अधिकारी नहीं है। पहले के जिला खेल अधिकारी ने बताया कि उनका तबादला डेढ़ माह पहले ही कहीं और हो गया है। स्पो‌र्ट्स अफसर के बैठने तक की जगह नहीं है। वह आइटीआइ के मैदान में बनाए स्टेडियम में बैठते हैं आइटीआइ या फिर बंगा के स्कूल ग्राउंड में प्रैक्टिस करते हैं खिलाड़ी

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नवांशहर को जिले का दर्जा हासिल हुए 20 वर्ष होने को हैं, लेकिन जिले को सरकार ने कोई खास सुविधा उपलब्ध ही नहीं करवाई है। जिले में खिलाड़ी तैयार करने के लिए कोई भी सरकारी खेल स्टेडियम भी नहीं है। इसके चलते खिलाड़ी आइटीआइ ग्राउंड नवांशहर या फिर बंगा के बाबा गोला स्कूल की ग्राउंड में प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसके अलावा स्कूलों और कॉलेजों के मैदानों में भी प्रैक्टिस की जाती है।

2014 में डीसी ने स्टेडियम के लिए किए थे प्रयास 2014 में तत्कालीन डीसी आनंदिता मित्रा ने गांव खटकड़ कलां में खेल स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव पास किया था। इसके तहत गांव खटकड़ कलां, बैंसा व भूतां की छह एकड़ पंचायत की जमीन भी ले ली गई थी। जिसमें इंडोर व आउटडोर स्टेडियम बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये के फंड भी मंजूर कर लिए थे, पर इसी दौरान गांव खटकड़ कलां को केंद्र ने गोद लेने की घोषणा कर दी, जिसके बाद उक्त खेल स्टेडियम का मामला अटक गया था। नवांशहर में जिला स्तरीय स्टेडियम बनाने की फाइल को पूरा करके केंद्र सरकार के पास भेज दिया गया है। प्रदेश सरकार ने फाइल को ओके करने के बाद केंद्र सरकार को भेजा है। केंद्र सरकार तीन- तीन किश्तों 25 करोड़ रुपये से स्टेडियम का काम शुरू करवाएगी। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।

शेना अग्रवाल, डीसी।


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