43वें दिन भी जारी रहा एनएचएम कर्मचारियों का धरना
नेशनल हेल्थ मिशन अधीन काम करते मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ का धरना 43वें दिन भी जारी है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर: नेशनल हेल्थ मिशन अधीन काम करते मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ का धरना 43वें दिन भी जारी है। नेताओं का कहना है कि सभी कर्मचारी सरकार से लगातार लगभग डेढ़ दशक से पक्का करने की मांग को लेकर पक्के मुलाजिम करीब पांच फीसद कम वेतन पर काम कर रहे हैं। सिविल सर्जन दफ्तर में 43वें दिन के धरने के दौरान गुरप्रसाद सिंह ने बताया कि सरकार की तरफ से कुछ दिन पहले 36000 मुलाजिम को पक्का करने संबंधी एक बयान जारी किया गया था, जिस संबंधी पेश होने जा रहे बिल को पढ़ कर एनएचएम मुलाजिम में रोष है। इसलिए कर्मचारियों को पक्के तौर इस संबंधी 16 नवंबर से अब तक सेहत सेवाएं ठप करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। सरकार के पेश होने जा रहे इस बिल में स्पष्ट किया गया है कि पक्के किए जाने वाले कर्मचारियों में उन कर्मचारियों को नहीं लिया जाएगा, जोकि केंद्र या पंजाब सरकार की स्कीमों के अंतर्गत अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा इस बिल में कम से कम सेवा 10 साल वाले मुलाजिम को ही लेने व परख काल रखने का समय तीन साल होने और उम्र भी 45 साल रखने के विरुद्ध मुलाजिमों को काम ठप करने के लिए मजबूर होना पड़ा है । इसलिए जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, उनकी हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर अरुण दत्त और मनिदर सिंह ने कहा कि सरकार यदि इन मांगों पर नोटिफिकेशन जारी करती है, तो ही सेहत सेवाओं को बहाल किया जाएगा। इस मौके पर साहिल सैणी. डा. हरदीप, परमिदर कौर, रविदर कौर, सुनीता रानी, गुरप्रीत सिंह खालसा, कमलदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह गढ़ी, मनदीप कौर, डा. रुपिदर, दीपक वर्मा, सुनीता रानी, रमनदीप कौर, बबीता लंगोटी, डा. विजय आदि मौजूद रहे।