एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से लोगों के काम रुके
स्वास्थ्य विभाग में तैनात राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों का धरना शनिवार को 19वें दिन में प्रवेश कर गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंजाब के तहत करीब 12000 कर्मचारी पिछले 15 साल से कम वेतन पर काम कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता,नवांशहर : स्वास्थ्य विभाग में तैनात राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों का धरना शनिवार को 19वें दिन में प्रवेश कर गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंजाब के तहत करीब 12000 कर्मचारी पिछले 15 साल से कम वेतन पर काम कर रहे हैं। इन विभिन्न वर्गों के कर्मचारियों को चिकित्सा और पैरामेडिकल क्षेत्र में पिछले डेढ़ दशक से सरकार द्वारा स्थायी किया जा रहा है और उन्हें स्थायी कर्मचारियों की तुलना में लगभग पांच गुणा कम और इन कर्मचारियों से 10 गुणा अधिक वेतन दिया जा रहा है। 36000 कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति को लेकर कुछ दिन पहले सरकार ने एक एक्ट बनाया था। इसमें स्पष्ट किया गया है कि जिन कर्मचारियों को स्थायी किया जाना है, इसमें वे कर्मचारी शामिल नहीं होंगे, जो केंद्र या पंजाब सरकार की योजनाओं के तहत अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं धरने के कारण लोगों के काम नहीं हो पा रहे हैं। इससे लोगों को परेशानी आ रही है।
इसके विरोध में ही जिला शहीद भगत सिंह नगर के एनएचएम कर्मचारियों का ब्लाक स्तर पर धरना जारी है। एनएचएम कर्मचारियों के सिविल सर्जन शहीद भगत सिंह नगर में जारी धरने के कर्मचारियों ने सभी सेवाएं ठप कर दी हैं। उन्होंने कहा कि विभाग में भर्ती इन अनुभवी कर्मचारियों की सेवाओं को पूरी तरह पारदर्शी चयन प्रक्रिया के साथ नियमित करने की मांग को स्वीकार किया जाए।
उल्लेखनीय है कि पड़ोसी राज्य राजस्थान और इससे पहले आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु की सरकारों ने राज्य के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने के लिए नियमों और विनियमों में बदलाव किया है। हरियाणा सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों के लिए उपनियम बना रही है और उन्हें नियमित कर्मचारियों की तरह पूरा वेतन दे रही है। इस अवसर पर गुरप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, अरुण दत्त, मनदीप कौर, दीपक वर्मा, मनिदर सिंह, डा. रुपिदर, साहिल सैनी, कमलजीत सिंह, प्रवीण कुमारी, परमिदर कौर, रविदर कौर, मुनीश कुमार, नरेश कुमार, बलबीर सिंह, गुरजीत सिंह, शिव, डा. सुखविदर सिंह, डा. कुलवरण सिंह, सुनीता रानी, डा. दलजीत सिंह, बलविदर कौर आदि एनएचएम कर्मचारी मौजूद थे।