शहीदी दिवस पर 23 मार्च को खटकड़ कलां में मंत्री अरोड़ा देंगे श्रद्धांजलि
नवांशहर शहीद-ए-आजम भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव के शहीदी दिवस के मौके पर खटकड़ कलां में मंगलवार सुबह 10 बजे पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहीदी दिवस के मौके पर खटकड़ कलां में मंगलवार सुबह 10 बजे पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस दौरान वह नवांशहर-बंगा रोड से खटकड़ कलां सड़क का नाम शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह' के नाम पर रखने की रस्म भी अदा करेंगे। यह जानकारी डीसी डा. शेना अग्रवाल ने दी है। उन्होंने बताया कि बताया कि कोविड संबंधी पंजाब सरकार की तरफ जारी निर्देश के मद्देनजर शहीदी दिवस के मौके पर जलसा न करने का फैसला किया गया है।
उधर, सोमवार को शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह म्यूजियम खटकड़ कलां में एसडीएम बंगा विराज व सहायक आयुक्त दीपजोत कौर ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए की जा रही सजावट और दूसरे प्रबंधों का जायजा लिया और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
इस मौके पर जिला माल अधिकारी विपन भंडारी, सहायक सिविल सर्जन डा. बलविदर सिंह, डीपीआरओ हरदेव सिंह, एक्सईएन पब्लिक हेल्थ रोहित कुमार, एसडीओ मंडी बोर्ड रुपिदर कुमार आदि उपस्थित थे।
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जागो निकालकर दिया खटकड़ कलां पहुंचने का न्योता
जागरण संवाददाता, नवांशहर
किरती किसान यूनियन ने रविवार रात गांव दुर्गापुर में खेती सुधार कानूनों के विरोध में जागो निकाल कर मंगलवार को खटकड़ कलां में पहुंचने का न्योता दिया। गांव की महिलाओं का नेतृत्व में निकाली गई इस जागो में लोगों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। गांव में विभिन्न पड़ाव पर यूनियन के नेताओं गुरबख्श कौर संघा व जसबीर दीप ने संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि जागो का अर्थ लोगों को खेती कानूनों के विरुद्ध जागरूक और लामबंद करके दिल्ली के किसान मोर्चे में शामिल करवाना है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे की तरफ से 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहीदी दिवस के मौके पर किसान कांफ्रेंस की जा रही है, जो ऐतिहासिक होगी। कोई भी संघर्ष महिलाओं के बिना जीतना मुश्किल होता है। जिस मोर्चे में महिलाओं का पूरा समर्थन हो, वह जरूर जीतता है। केंद्र सरकार ने कई तरह के भ्रम पाल रखे हैं। मगर, केंद्र सरकार देश व्यापक आंदोलन को नहीं रोक सकती। अब यह संघर्ष विजेता बनकर संपन्न निकलेगा।