कलंदर गिरोह के लुटेरों का हरियाणा बना डेरा
जासं, नवांशहर : गांव बेगमपुरा में एनआरआई के घर में लूटपाट व हत्या को अंजाम देने वाले कलंदर गिरोह के
जासं, नवांशहर : गांव बेगमपुरा में एनआरआई के घर में लूटपाट व हत्या को अंजाम देने वाले कलंदर गिरोह के लुटेरे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। आतंक का पर्याय माने जाने वाले कलंदर गिरोह लुटेरों ने पुलिस की सक्रियता के बाद अपना ठिकाना बार-बार बदलने के बाद अब हरियाणा में छिप गए हैं। पुलिस भी इनका पता लगाने में जुटी हुई है। ये लुटेरे इतने शातिर हैं कि पिछले एक महीने से पुलिस इन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, लेकिन हर बार फरार होने में कामयाब हो जाते हैं। उल्लेखनीय है कि 11 अगस्त की मध्यरात्रि को 7 लुटेरों ने एनआरआई मंदीप ¨सह के घर में धावा बोला था। उन्होंने घर में मौजूद लोगों पर हमला कर घायल कर दिया और बुजुर्ग जोगा ¨सह के सिर पर वार कर हत्या कर दी थी। घर में पड़ी नकदी, जेवर व अन्य सामान लूट कर फरार हो गए थे। हालांकि पुलिस ने काफी प्रयासों के बाद गिरोह के मास्टर माइंड समेत चार लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि बाकी के चार लुटेरे पुलिस के हाथ नहीं आए।
सूत्र खंगाल रहे ठिकाने, पुलिस कर रही इंतजार
गिरोह के कुछ सदस्यों की गिरफ्तार करने वाली पुलिस को डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने 14 सितंबर को सम्मानित किया था। पुलिस बाकी के चार गैंग के सदस्यों तक पहुंचने के लिए जुटी हुई है। लेकिन अभी तक नहीं पहुंच पाई। हालांकि पुलिस लगातार अपने सूत्रों के जरिए इन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जांच के दौरान पता लगा है कि लुटेरों ने पंजाब से भाग कर हरियाणा में अपना ठिकाना बनाया है। चार लुटेरों तक पहुंचने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी। कलंदर गैंग से जुड़े कबीले के दर्जनों लोगों से पूछताछ के बाद लुटेरों के बारे में पता चला था।
बंजारों के कबीलों के लुटेरे होते हैं शातिर
कलंदर गैंग के लुटेरे बंजारों के कबीलों के होते हैं। ये अपने साथ किसी प्रकार का हथियार भी नहीं रखते जिससे ये पकड़े जाएं। वारदात को अंजाम देने के लिए पैदल जाते हैं और पैदल ही आते हैं। इन लोगों को वार करने के लिए रास्ते में जो मिल गया उसको हथियार बना लेते हैं। हथियार डंडा, सरिया, लोहे की पाइप होते हैं। ये सिर पर घातक वार करते हैं, जिससे सामने वाला विरोध करने की स्थिति में ही नहीं होता।
मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते हैं लुटेरे
कलंदर गिरोह के सदस्य मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। यह लगातार लोकेशन बदलते रहते हैं, जिससे पुलिस को सही लोकेशन का पता नहीं चल पाता। पुलिस लुटेरों तक पहुंचने के लिए इनके कबीले के लोगों के जरिए ही जानकारी जुटाती है कि कबीले ने कहां डेरा डाला है, जब तक पुलिस अपने सूत्रों के जरिए जानकारी जुटाती है तब तक वे वहां से निकल जाते हैं।
जल्द करेंगे गिरफ्तार : एसएसपी
एसएसपी दीपक हिलोरी कहते हैं कि पुलिस कलंदर गैंग के लुटेरों तक पहुंचने के लिए प्रयास कर रही है। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा बाकी लुटेरों को पुलिस जल्द दबोच लेगी।