न बारदाना न पेमेंट और न ही लिफ्टिंग
दाना मंडी काठगढ़ इन दिनों काफी संकट के दौर में चल रही है।
सतीश शर्मा, काठगढ़: दाना मंडी काठगढ़ इन दिनों काफी संकट के दौर में चल रही है। पंजाब में गेहूं की खरीद 10 अप्रैल को शुरू हो गई थी और अधिकतर दाना मंडियों में खरीद काम के एक दो दिन बाद ही शुरू हुआ है। काठगढ़ की दाना मंदी में गेहूं की पहली आमद 13 अप्रैल को शुरू हुई थी। आज तक मंडी में 65 हजार बोरी आमद हो चुकी है। लगातार गेहूं मंडियों में किसान लेकर आ रहे हैं, पर दो दिन से बारदाना न होने की वजह से आमद का काम रुका हुआ है। किसानों को फसल रखने के लिए मंडी में जगह भी खाली नहीं मिल रही, क्योंकि गेहूं उठाया नहीं जा रहा है। लिफ्टिंग हुए भी दिन बीत गए हैं और सह समस्या दिन प्रतिदिन गहरी होती जा रही है। वहीं सरकार का कहना है कि गेहूं की अदायगी सीधी 48 घंटे के अंदर किसान के खाते में जाएगी, पर सात दिन हो चुके हैं। किसानों की पेमेंट नहीं आ रही है। मंडी में न तो किसानों को बारदाना मिल रहा है और न ही पेमेंट सहित लिफ्टिंग हो पा रही है। किसान कुलविदर सिंह सरपंच परागपुर ने बताया कि सीधी अदायगी अभी से ही ठीक नहीं हो पा रही है। सरकार का यह फार्मूला पसंद नहीं है। वहीं सुभाष आनंद प्रधान आढ़ती एसोसिएशन ने बताया कि किसान व आढ़ती दोनों ही संकट में हैं। न तो मंडी में बारदाना है और न ही किसानों को फसल रखने के लिए जगह मिल पा रही है। जिनकी फसल की खरीद हो चुकी है, उनके खाते में सीधी पेमेंट एक सप्ताह में हो जाएगी।