एक मई से सुबह 9 से शाम 4 बजे तक खुलेंगे सेवा केंद्र
नवांशहर डीसी डा. शेना अग्रवाल ने बताया है कि कोविड महामारी के फैलाव को रोकने के लिए हिदायतों के मद्देनजर जिले के सेवा केंद्रों के समय में तबदीली की गई है। उन्होंने बताया कि एक मई से 31 मई 2021 तक सेवा केंद्रों के खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक किया गया है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
डीसी डा. शेना अग्रवाल ने बताया है कि कोविड महामारी के फैलाव को रोकने के लिए हिदायतों के मद्देनजर जिले के सेवा केंद्रों के समय में तबदीली की गई है। उन्होंने बताया कि एक मई से 31 मई, 2021 तक सेवा केंद्रों के खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा सेवा केंद्रों के स्टाफ व कामकाज के लिए आने वाले लोगों की सेहत सुरक्षा के मद्देनजर सेवा केंद्रों में ली जाती फीस की अदायगी भी डिजिटल मोड और पीओएस मशीनों के द्वारा होगी। सेवा केंद्रों के समूचे स्टाफ के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जरूरी किया गया है और इसके बिना किसी भी स्टाफ सदस्य को काम करने की आज्ञा नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि सेवा केंद्रों में कोई भी सेवा लेने के लिए अग्रिम परवानगी लेनी जरूरी होगी। इसके बिना किसी भी विनयकार को सेवा प्रदान नहीं की जाएगी। अग्रिम परवानगी मोबाइल एप एम-सेवा, कौवा सहित मोबाइल नंबर 8968593812 और 8968593813 पर संपर्क करके ली जा सकती है। सेवा केंद्रों में स्टाफ और नागरिकों के लिए मास्क पहनना अति जरूरी है और यहां सेवा काउंटरों की संख्या अनुसार ही प्रार्थी जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि बाकी प्रार्थियों को सेवा केंद्र के बाहर इंतजार करना होगा। दस्तावेज हासिल करने के लिए प्रार्थियों को कुरियर सर्विस लेने के लिए उत्साहित किया जाएगा।
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'कोरोना के लक्षण दिखने पर तुरंत जाएं सेहत केंद्र'
जागरण संवाददाता, नवांशहर
सिविल सर्जन डा. गुरदीप सिंह कपूर ने शुक्रवार को लोगों से अपील की है कि वे कोविड-19 के हलके लक्षणों को जानलेवा बीमारी में तबदील होने से पहले ही सेहत केंद्रों में जाएं और अपनी जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की गंभीरता को समझें और इस बारे में कोताही न बरतें। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक होम क्वारंटाइन रहने से 7931 से अधिक कोविड-19 के मरीज ठीक हुए हैं।
उन्होंने उच्च रक्तचाप वाले एवं शुगर मरीजों को सलाह दी है कि वे कोविड-19 संबंधी सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करें, क्योंकि उन्हें कोरोना वायरस की समीपता होने पर खतरा अन्य की अपेक्षा और ज्यादा है। उन्होंने बताया कि यह चिंतनीय है कि शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के साथ होने वाली मौत दर अधिक है।
सिवल सर्जन ने कहा कि यह पुख्ता सुबूत हैं कि सामाजिक मेलजोल वायरस फैलाने का अहम जरिया बनता है। इसलिए गैर जरूरी कामों के लिए घरों से बाहर निकलने को लेकर संयम बरता जाए। हमें अधिक से अधिक अपने घरों में ही रहना चाहिए।