11 माह में बेसहारा पशुओं ने नौ परिवारों के जीवन में किया अंधेरा
11 माह में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं ने नौ परिवारों के जीवन में अंधेरा कर दिया।
सुशील पांडे,नवांशहर: 11 माह में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं ने नौ परिवारों के जीवन में अंधेरा कर दिया। जनवरी से लेकर अभी तक बेसहारा पशुओं के कारण हुए हादसों में जहां नौ लोगों की जान जा चुकी है, वहीं एक वर्ष में ही 30 से ज्यादा लोग इन पशुओं के कारण घायल हो चुके हैं। सर्दियों में धुंध पड़ने पर बेसहारा पशुओं के कारण दुर्घटनाएं और बढ़ सकती हैं, क्योंकि हाईवे के किनारे घूमते बेसहारा पशु रात के समय वाहनों के आगे अचानक आ जाते हैं। तेज गति से आने वाले वाहन के सामने जब अचानक यह पशु आते हैं, तो वाहन चालक वाहन पर अपना संतुलन खो देता है, जिससे दुर्घटना घट जाती है। नवांशहर- रोपड़ हाईवे पर हर जगह बेसहारा पशु घुमते हैं। सबसे ज्यादा गढ़ी व काठगढ़ क्षेत्र में यह पशु नजर आते हैं। नवांशहर के रेलवे स्टेशन से नई आबादी व करियाम मार्ग पर फाटक के पास मुसापुर रोड पर बेसहारा पशु घूमते रहते हैं। इसे अलावा राहों-
नवांशहर मार्ग पर दाना मंडी के पास, राहों-माछीवाड़ा मार्ग व बलाचौर में गढ़शंकर मार्ग पर भी ऐसे पशुओं के झुंड घूमते रहते हैं। जिले में हैं पांच गोशालाएं
जिले में पांच गोशालाएं है। इनमें नवांशहर में तीन, बलाचौर में एक और बंगा में एक गोशाला है। हर गोशाला में 200 से 250 पशुओं को रखा गया है। इसके बावजूद जिले में 100 से अधिक पशु मुख्य मार्गो पर घूमते नजर आते हैं। प्रशासन करे सहयोग
पंडोरा मोहल्ला गोशाला के संचालक विवेक मारकंडा ने कहा कि प्रशासन की ओर से गोशालाओं को कोई सहयोग नही मिलता है। गोशाला में चारे से लेकर बिजली के बिल का प्रबंध दानी लोगों के सहयोग से ही करना पड़ता है। लोगों से 10-10 रुपये इकट्ठे करके गोशाला को चलाया जा रहा है। दानी सज्जनों के सहयोग से पशुओं की जरूरत को पूरा किया जाता है।
नगर कौंसिल को निर्देश दिए गए हैं कि वह बेसहारा पशुओं को गांव दिलावरपुर में बनाई गोशाला में भेजने का प्रबंध करें। निजी गोशाला के प्रबंधकों से भी बात कर इस गंभीर समस्या का हल निकालने की कोशिश की जाएगी।
डा.शेना अग्रवाल, डिप्टी कमिश्नर। सड़क हादसे में विदेश से आए व्यक्ति की मौत जागरण संवाददाता,नवांशहर: गांव खुर्द में एक टिप्पर से कार के टकराने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। फिल्लौर औड़ मार्ग पर टिप्पर के पीछे एक कार के टकराने से कार चालक गांव लसाड़ा के रहने वाले मोहन सिंह की मौत हो गई। मोहन सिंह अपने परिवार के साथ इटली में रहता था। वह अपने बेटे की शादी के लिए इंडिया आया हुआ था। शनिवार देर रात को वह अपनी कार में अपनी बहन से मिलने के लिए गांव जलवाहा जा रहा था। जब वह गांव खुर्द के पास पहुंचा, तो उसकी कार टिप्पर के पीछे जा टकराई, जिससे मोहन सिंह की मौत हो गई।