संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में मार्केट काठगढ़ में किया प्रदर्शन
काठगढ़ सरकार द्वारा लगाए गए लाकडाउन के विरोध में दिल्ली किसान मोर्चा की काल पर संयुक्त किसान मोर्चा टोल प्लाजा बछुआं ने दुकानदारों सहित मार्केट काठगढ़ में शनिवार को प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, काठगढ़
सरकार द्वारा लगाए गए लाकडाउन के विरोध में दिल्ली किसान मोर्चा की काल पर संयुक्त किसान मोर्चा टोल प्लाजा बछुआं ने दुकानदारों सहित मार्केट काठगढ़ में शनिवार को प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उक्त प्रदर्शन की अगुवाई किसान नेता कर्ण सिंह राणा,मजदूर नेता कामरेड अवतार सिंह तारी, चौधरी सतनाम सिंह जलालपुर, मिस्त्री उसारी यूनियन के जिला निर्मल सिंह जंडी, पेंडू मजदूर यूनियन के तहसील नेता अशोक जनागल ने संयुक्त रूप से की।
इस अवसर पर राणा कर्ण सिंह ने कहा कि लाकडाउन की आड़ में सरकार अपनी नाकामियों को छुपाना चाहती है। सरकार अस्पतालों में आक्सीजन का प्रबंध करे। अगर सरकार लाकडाउन लगाना चाहती है तो दुकानदारों को प्रति माह 7500 रुपये की आर्थिक सहायता दे।
कामरेड अवतार सिंह तारी ने कहा कि अब जनता जाग गई है और सरकार की बहानेबाजी नहीं चलेगी। सरकार अगर महामारी को लेकर लाकडाउन लगाना है तो दुकानदारों, मजदूरो व किसानों के लिए रोजी-रोटी का इंतजाम करे।
चौधरी सतनाम जलालपुर ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने आटो चालकों के खाते में पांच-पांच हजार रुये डाले हैं, ताकि लाकडाउन में उन्हें कोई तकलीफ न हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनता को लाकडाउन लगाकर डराएं नहीं बल्कि उनकी समस्याओं का समाधान करे।
इस मौके पर डीएसपी त्रिलोचन सिंह और थाना प्रभारी भारत मसीह को मांग पत्र भी दिया गया। इस मौके पर सरपंच काठगढ़ गुरनाम सिंह चाहल व हंसराज मीलू आदि मौजूद थे।
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बलाचौर में शनिवार को बाजार रहा बंद
संवाद सहयोगी, बलाचौर
पंजाब सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने लाकडाउन के मद्देनजर शनिवार व रविवार को आवश्यक सामान की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानों को बंद करने के आदेश का दिए हुए है। इसके विरोध में शनिवार को बलाचौर शहर में किसान मोर्चा द्वारा दुकानों को खोलने के आह्वान का कोई असर नहीं दिखा और दुकानें पूरी तरह से बंद रही। इसके अतिरिक्त आसपास के गांवों में भी दुकानें बंद रही।
इस बारे में दुकानदार मनजीत सिंह, राम किशन का कहना है कि लाकडाउन और किसानों द्वारा दुकानें खोलने के आह्वान के बीच दुकानदार मुसीबत में हैं। दुकानें बंद होने से घर चलाना मुश्किल हो गया है, जबकि कुछ दुकान दारों ने जरूरी सामान की कालाबाजारी शुरू कर दी है। जिससे आम लोगों से लूट हो रही है। कुछ दुकानदार चोरी-छिपे सामान बेच रहे हैं। वहीं लोगों का मानना है कि मिनी लाकडाउन लगाने के बजाय बाजार में अनावश्यक भीड़ को कम करने के निर्देश प्रशासन को सख्ती से लागू करने चाहिए। साथ ही सभी दुकानदारों को दुकानें खोलने का निर्धारित समय दिया जाना चाहिए, ताकि व्यापार भी चलता रहे।