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नोडल अफसरों की टीम रखेगी पराली जलाने वालों पर नजर

नवांशहर धान के सीजन में कोरोना महामारी के दौरान पराली जलाने की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तरह कमर कस ली है। जिन गांवों में पराली को आग लगाई जाती है वहां पर नोडल अफसर नियुक्त किए गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Oct 2020 02:09 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 02:09 PM (IST)
नोडल अफसरों की टीम रखेगी पराली जलाने वालों पर नजर
नोडल अफसरों की टीम रखेगी पराली जलाने वालों पर नजर

जागरण संवाददाता, नवांशहर: धान के सीजन में कोरोना महामारी के दौरान पराली जलाने की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तरह कमर कस ली है। जिन गांवों में पराली को आग लगाई जाती है, वहां पर नोडल अफसर नियुक्त किए गए हैं। जिले के किसानों से सहयोग की मांग करते हुए डिप्टी कमिश्नर डॉ शेना अग्रवाल ने कोरोना महामारी फैलने की आशंका में धान की पराली को जलाने के रुझान को खत्म करने की अपील की। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि गांव स्तर पर जमीनी सरगर्मियां की जाएं और प्रशासनिक मशीनरी को भी इसमें शामिल किया जाए। इसके तहत नोडल अफसरों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी 15 नवंबर तक गांव में अपनी ड्यूटी निभाएंगे और सहकारिता ,माल ,ग्रामीण विकास और पंचायत, कृषि बागवानी ,भू सुरक्षा विभागों के साथ-साथ पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और जियो जी के साथ पूरा तालमेल करके पराली जलने को रोकेंगे। इन अफसरों को यकीनी बनाने के लिए कहा गया है कि गांव में सिर्फ सुपर एसएमएस वाली कंबाइनों को ही चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गोशालाओं में पराली इकट्ठी करने के स्थानों की शिनाख्त की जा चुकी है। वहां किसान अपनी पराली दे सकता है, जिसे पशुओं के चारे के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। उन्होंने पराली के निपटारे के लिए आधुनिक मशीनों का प्रयोग करने की अपील की।

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