गर्भवति औरतों के लिए वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. गुरिदरबीर कौर की अगुवाई में जिले में कोरोना वायरस को हरा कर मिशन फतेह की प्राप्ति के लिए कोविड वैक्सीन टीकाकरण मुहिम चलाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर:
सिविल सर्जन डा. गुरिदरबीर कौर की अगुवाई में जिले में कोरोना वायरस को हरा कर मिशन फतेह की प्राप्ति के लिए कोविड वैक्सीन टीकाकरण मुहिम चलाई जा रही है। इसी कड़ी के तहत सेहत विभाग ने गर्भवती औरतों के कोविड टीकाकरण के लिए सैशन साइटों पर अलग टीमें तैनात कर दीं हैं। जिससे उन्हें टीकाकरण में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। तथा वे महामारी के डर और चिंता से मुक्त रह सके। उन्होंने कहा कि गर्भवती औरतों को कोविड -19 का टीका किसी भी समय लगाया जा सकता है।
सिविल सर्जन डा. गुरिदरबीर कौर ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए गर्भवती औरतों को भी टीकाकरण अनिवार्य रूप से करवाना चाहिए। टीकाकरण जच्चा और बच्चा दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के मुताबिक ज्यादातर गर्भवती औरतों में यह बीमारी बिना लक्षणों के होने की संभावना रहती है। जिसके बाद वे अपने आप सेहतमंद हो जातीं हैं, लेकिन फिर भी कोविड -19 वैक्सीन के साथ गर्भवती औरतों में रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाना •ारूरी है। जिसके कारण महामारी गंभीर रूप धारण नहीं कर पाती है। उन्होंने बताया कि अब तक कई गर्भवती औरतें कोविड -19 संक्रमण से प्रभावित हो चुकी हैं। जो सेहतमंद जीवनशैली और सेहत विभाग के माहिर डाक्टरों की निगरानी में सही इलाज के कारण पूरी तरह ठीक हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण से माताओं को और ज्यादा लाभ होगा। वे कोरोना वायरस के डर से मुक्त रहेंगी। मां की कोख में पल रहे बच्चे को भी टीकाकरण द्वारा कोविड -19 से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि मां की प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है तो इसका फायदा गर्भ में पल रहे बच्चे को भी मिलता है। सिविल सर्जन ने कहा कि गर्भवती औरतों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गर्भवति औरतों को सतर्क होकर सभी सावधानियों का पालन करना चाहिए।