संयुक्त मोर्चे ने फूंकी कृषि सुधार कानूनों की कापियां
बलाचौर केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने के लिए इलाके में किसानों के संघर्ष ने बड़े आंदोलन का रूप ले लिया है। इसके तहत गांव मजारी में टोल प्लाजा पर भी किसानों के संयुक्त मोर्चे द्वारा धरना लगाया गया है।
संवाद सहयोगी, बलाचौर
केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने के लिए इलाके में किसानों के संघर्ष ने बड़े आंदोलन का रूप ले लिया है। इसके तहत गांव मजारी में टोल प्लाजा पर भी किसानों के संयुक्त मोर्चे द्वारा धरना लगाया गया है। इसके तहत बुधवार को संयुक्त मोर्चा ने तय कार्यक्रम के अनुसार लोहड़ी के उपलक्ष्य में कृषि सुधार कानूनों की कापियां जलाते हुए रोष जाहिर किया।
बता दें कि उक्त धरना 90 दिनों से जारी है। इसमें बच्चे, महिलाओं सहित बुजुर्ग भी शामिल हैं। इस अवसर पर कामरेड महासिंह रौड़ी, कश्मीर सिंह, जसपाल सिंह, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह, बलजीत सिंह, जरनैल सिंह, दलजीत सिंह व हरमिदर सिंह आदि ने किसानों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए अपने अडि़यल रवैये पर कायम है, जबकि इस आंदोलन में लगभग 90 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों की मांगे मानते हुए उक्त कानूनों को रद करे, ताकि कड़ाके की ठंड में लोग वापस अपने घरों में जा सकें।
इस दौरान उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जान गंवा चुके लोगों के परिवारों की आर्थिक सहायता की जाए और उनके परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए। इस अवसर पर कश्मीर सिंह कादर, कौर खालसा जत्था नकोदर के ढाडी जत्थे ने वारों से संगत में जोश भरा। साथ ही आजाद कला मंच फगवाड़ा द्वारा नाटक मंचन कर केंद्र सरकार का चेहरा बेनकाब किया गया। उन्होंने लोगों को इकट्ठे होकर संघर्ष तेज करने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान राजविदर सिंह लक्की, विमल चौधरी, इंद्रजीत लुड्डी, हजूरा सिंह, गुरचरण सिंह, बगीचा सिंह, प्रेम रक्कड़, गुरदेव सिंह आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। अंत में सभी लोगों ने कृषि सुधार कानूनों की प्रतियां जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।