दो हजार बैंक कर्मचारी गए हड़ताल पर, 202 ब्रांच में 48 करोड़ का कारोबार ठप
बैंकों के निजीकरण के खिलाफ जिले में करीब दो हजार बैंक कर्मचारी सोमवार से दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं।
जागरण संवाददाता,नवांशहर: बैंकों के निजीकरण के खिलाफ जिले में करीब दो हजार बैंक कर्मचारी सोमवार से दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने इकट्ठा होकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। बैंकिग सेवाएं ठप होने से पहले दिन जिले में बैंकों की 202 ब्रांच में 48 करोड़ का कारोबार ठप हो गया। वहीं काम बैंकों में काम करवाने आए लोग भी परेशान होते रहे। हड़ताल से जिले के एटीम के खाली होने की भी संभावना बन गई है, क्योंकि वीरवार को सरकारी छुट्टी थी और शुक्रवार को एक दिन के कामकाज के बाद फिर शनिवार व रविवार की छुट्टी आ गई। अब सोमवार के बाद मंगलवार को बैंक कर्मी हड़ताल पर रहेंगे। ऐसे में आम लोगों की मुश्किल बढ़ सकती है। बैंक युनियन के नेता रमेश शर्मा ने कहा कि सरकार पब्लिक सेक्टर के बैंकों को प्राइवेट सेक्टर के हाथों में देने की कोशिश कर रही है। इससे बैंक कर्मचारियों के साथ आम लोगों का भी नुकसान होगा। इससे आम जनता की बचत का इस्तेमाल कार्पोरेट हाउस इस्तेमाल करेंगे। इस मौके बैंक कर्मचारियों ने निजीकरण की नीति को बंद कर कारपोरेट्स के बकाया एनपीए को भी माफ करने का जोरदार विरोध कर इसकी वसूली के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की। केंद्र का रवैया मंजूर नहीं बैंक कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से जिले की कुल 202 ब्रांचों में बैंकिग सेवाएं पूरी तरह से ठप रहीं। हड़ताल के दौरान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है, जिसे हर्गिज भी बर्दाशत नही किया जाएगा। इस मौक पर बलवीर सिंह,ओम प्रकाश,जोगिदरपाल सिंह आदि मौजूद रहे।