गंदगी व समस्याओं से बेहाल बलाचौर तहसील
बलाचौर को सब डिवीजन बने हुए भले कई साल हो चुके हैं लेकिन शहर और तहसील कांप्लेक्स को देखकर ऐसा लगता है कि यह कोई गांव भी नहीं है।
संवाद सहयोगी, बलाचौर : बलाचौर को सब डिवीजन बने हुए भले कई साल हो चुके हैं, लेकिन शहर और तहसील कांप्लेक्स को देखकर ऐसा लगता है कि यह कोई गांव भी नहीं है। भले यहां विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हों, लेकिन पानी और गंदगी की समस्या ने यहां विकराल रूप धारण किया हुआ है। थोड़ी सी बारिश होने के बाद पानी की निकासी नहीं होती। तहसील परिसर और शहर के कई वार्ड पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। तहसील परिसर के दोनों गेटों के आगे गंदे पानी के गड्ढे आने वाले लोगों का स्वागत करते हैं। अपनी समस्याओं के हल के लिए तहसील आने वाले कई लोग तहसील परिसर की दयनीय हालत को देखते हुए अपनी शिकायतें वापस ले जाते हैं। लोगों का मानना है कि जो तहसील खुद बीमार हैं, वह उनकी बीमारी का क्या इलाज करेगी? अधिक बारिश होने के कारण पानी घरों में भी घुस जाता है। बरसात का पानी परिसर से बाहर निकालने के लिए इंजन लगाया गया है, लेकिन पानी की अधिक मात्रा होने पर पानी अंदर ही रहता है। लोगों ने प्रशासन से पानी की निकासी और अन्य समस्याओं के जल्द हल के लिए मांग की है। वहीं तहसील परिसर में लोगों की सुविधा के लिए बने शौचालय भी अधिकतर बंद ही दिखाई देते हैं।
30 साल पहले किया वोर कई दिन से खराब
तहसील परिसर में पानी की सप्लाई के लिए लगभग 30 साल पहले एक वोर किया गया था, वह भी कई दिन से खराब हो चुका है। विभाग की नींद भी उस समय खुली जब वोर बिल्कुल बंद हो गया और लोगों का मानना है कि वोर से 15 से 20 साल तक ही काम चलाया जा सकता है। लेकिन विभाग पानी का स्तर दिन प्रतिदिन नीचे जाने के कारण उसमें पाइपें डालकर ही काम चलाता रहा। गर्मी का मौसम होने के कारण लोग बाहर से अपने खर्च पर टैंकर मंगवाकर पानी पूरा कर रहे हैं। इससे एक और जहां उन पर आर्थिक खर्च बढ़ रहा है, वहीं समय भी बर्बाद हो रहा है। लोगों का मानना है कि इसके लिए प्रशासन को पहले से ही कदम उठाने चाहिए थे।
जल्द निकाला जाए समस्या का समाधान
प्रवेश खोसला, कुलविदर सिंह, तरुण वर्मा, मनजीत बेदी, तिलक राज, बलदेव खोसला, जसविदर सिंह ने प्रशासन से मांग की कि लोगों को हो रही समस्या का जल्द हल निकाला जाए। तहसील परिसर बलाचौर के मैन सड़क से चार से पांच फुट तक नीचा होने के कारण बरसात का पानी बाहर नहीं निकलता। परिसर में सीवरेज न होना भी पानी बाहर न निकलने का कारण है। कोर्ट कांप्लेक्स, दफ्तर सब रजिस्ट्रार, खजाना दफ्तर भी इसी परिसर में हैं और यहां काम करने वाले टाइपिस्टों का काम भी इससे प्रभावित होता है।