खेती विरोधी कानून पास कर रही सरकार : बलवीर सिंह
खेती विरोधी कानून वापस लेने के लिए हर फसल पर एमएसपी निर्धारित करने के लिए पिछले छह महीने से किसान दिल्ली बार्डर पर संघर्ष कर रहे हैं
संवाद सूत्र, पोजेवाल
सरकार द्वारा पास किए खेती विरोधी कानून वापस लेने के लिए हर फसल पर एमएसपी निर्धारित करने के लिए पिछले छह महीने से किसान दिल्ली बार्डर पर संघर्ष कर रहे हैं। उनका साथ आम लोगों को देने के लिए कुलहिद किसान सभा ने गांव रौड़ी में मीटिग की।
बैठक को संबोधित करते हुए बलवीर सिंह कौलगढ़ ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार पूंजीपति लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए खेती विरोधी काले कानून किसान, आम लोगों और मजदूरों को गुलाम बनाने के लिए पास कर रही है। कुलहिद किसान सभा गांव-गांव जाकर लोगों को इस संघर्ष में हाजिर होने के लिए प्रेरित कर रही है। इस विषय पर केंद्र सरकार को मुंह की खानी पड़ेगी। महासिंह रौड़ी ने कहा कि 1992 से निजीकरण, उदारीकरण, वैश्वीकरण उनको कारपोरेट के हित के लिए नीतियां लागू की जा रही है। बीजेपी लोगों को गुलामी की ओर धकेल रही है, मजदूर लोगों के 44 कानून तोड़कर चार कोड लागू किए जा चुके हैं। इस मीटिग में बलदेव सिंह, रमन कुमार, तेलू राम, अमरीक सिंह, करणवीर सिंह व गांव वासी मौजूद थे। पावरकाम का पुतला फूंक की नारेबाजी
पावरकाम एंड टासको ठेके मुलाजिम यूनियन डिवीजन प्रधान विनोद कुमार के नेतृत्व में गढ़शंकर रोड नवांशहर पारवकाम कार्यालय के समक्ष रोष धरना देकर पुतला फूंका। उन्होंने बताया कि कैप्टन सरकार ने सत्ता में आने से पहले कैप्टन अमरिदर सिंह ने जो वादे किए थे, वह एक भी पूरा नहीं किया। पंजाब सरकार तथा पावरकाम की मैनेजमेंट द्वारा निजीकरण को तेज करते हुए बिजली बिल 2020-21 को लाने के प्रयास कर रही है।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार व पावरकाम मैनेजमेंट ठेके कर्मियों को बहुत कम वेतन दे रही है और अभी तक यह भी नहीं मांग मानी गई कि अगर कोई ठेके पर काम करने वाले व्यक्ति की करंट से मृत्यु हो जाती है तो उसके मुआवजे का प्रबंध है। उन्होंने बताया कि तीन जून को पटियाला में अपनी मांगों के संबंध में धरना दिया जाएगा। इस अवसर पर विनोद कुमार, हरजिदर कुमार, गौरव, संदीप कुमार, गोरखा, जसविदर कुमार, अवतार सिंह, साहिल, गुरप्रीत सिंह, दविदर पाल आदि शामिल थे।