बल्लोवाल सौकड़ी सड़क पर पड़ा गढ्डा तीन बार ठीक करवाने के बाद भी टूटा
नेशनल हाईवे के साथ लगभग 50 से भी ज्यादा गांवों को जोड़ने वाली लिक सड़क की हालत खराब हो चुकी है।
सतीश शर्मा, काठगढ़ : नेशनल हाईवे के साथ लगभग 50 से भी ज्यादा गांवों को जोड़ने वाली लिक सड़क की हालत खराब हो चुकी है। कंडी खोज केंद्र बल्लोवाल सौकड़ी की और जाने वाली सड़क पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत आती है। नेशनल हाईवे से लगभग तीन किलोमीटर दूर पर पड़ा गड्ढा अब तक एक ही जगह से तीन बार ठीक किया जा चुका है। फिर वह मौत का गड्ढा कहलाता है। रात्रि के समय निकलने वाले वाहन चालक गड्ढे में फंस कर संतुलन खो देते हैं और हादसे का शिकार हो जाते है। इसी प्रकार गांव जंडी के पास सड़क पर गहरा गड्ढा कई खतरनाक हादसों को अंजाम दे चुका है। जब बारिश आती है तो यह गड्ढा पानी से भर जाता है, फिर गाड़ियां उसमें गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं। अच्छे सामान का होना चाहिए प्रयोग
प्रिसिपल चमन लाल आनंद ने बताया कि विभाग सड़क की मरम्मत तो करवाता है लेकिन बढि़या माल का प्रयोग नहीं किया जाता। इसलिए वह बार-बार टूट जाती है। इसे बढि़या ढंग से बनाया जाना चाहिए। सड़क के निर्माण सामग्री की जांच भी होनी चाहिए, जिससे पता चले कि घटिया सामान का इस्तेमाल तो नहीं हुआ है। कई वाहन चालक हो चुके हैं हादसों के शिकार
पंडित सतिदर शर्मा ने बताया कि दोपहिया वाहन सवार गड्ढों में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। विभाग के अधिकारियों को एक बार तो जरूर सड़क को देखनी चाहिए, ताकि काम ठीक ठाक से रहा है। सड़क बनाने वालों पर निगरानी होगी तो घटिया सामान का प्रयोग करने से ठेकेदार गुरेज करेंगे। मनमर्जी से काम करते हैं ठेकेदार
सरपंच ओम प्रकाश जंडी ने बताया कि अगर जिम्मेवारी से काम करवाया गया हो तो कभी भी खराब नहीं होता लेकिन निर्माण कार्य के समय अधिकारी निगरानी नहीं रखते। ठेकेदार अपनी मनमर्जी से काम करते हैं। सड़क के उपर सड़क बना दी जाती है जिससे पहले से टूटी हुई सड़क नई सड़क पर प्रभाव डालती है।