जागरूकता से करें डेंगू को नियंत्रित : डा. दविदर ढांडा
सिविल सर्जन डा. दविदर ढांडा की अगुवाई में सेहत विभाग ने राष्ट्रीय डेंगू दिवस के मौके डेंगू की बीमारी से बचाव के लिए जागरूकता मुहिम शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : सिविल सर्जन डा. दविदर ढांडा की अगुवाई में सेहत विभाग ने राष्ट्रीय डेंगू दिवस के मौके डेंगू की बीमारी से बचाव के लिए जागरूकता मुहिम शुरू कर दी है। इसके अंतर्गत सिविल सर्जन दफ्तर में डेंगू की रोकथाम के लिए आम लोगों को सावधानियां अपनाने के लिए प्रेरित करने संबंधी जागरूकता पोस्टर रिलीज किया गया।
इस मौके पर डेंगू की बीमारी के बारे में जानकारी देते सिविल सर्जन डा. दविदर ढांडा ने कहा कि जिले में सेहत विभाग के अथक प्रयासों के साथ डेंगू को प्रभावशाली ढंग के साथ कंट्रोल किया जा रहा है। उन्होंने मच्छर की पैदाइश को रोकने पर जोर देते कहा कि अपने घरों के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें, ठहरे हुए पानी में काला तेल डाल दिया जाए। घरों की छतों पर पड़े टूटे -फूटे बर्तनों को उल्टा कर रखें, जिससे उनमें बरसातों का पानी इकट्ठा न हो सके। इसके अलावा लोगों को खाली पड़े टायरों को घरों के अंदर रखने, तिरपाल द्वारा ढंक कर रखने या इनको नष्ट करने के लिए कहा।
जिला सेहत प्रमुख ने बताया कि डेंगू बु़खार मादा एडीज अजिपटी नाम के मच्छर के काटने साथ होता है, इस को 'टाइगर मच्छर' भी कहते हैं। एक सप्ताह में एक अंडे से पूरा जवान मच्छर बन कर तैयार हो जाता है। यह साफ पानी में ही पनपता है। यह मच्छर ज्यादातर सुबह और शाम को काटता है। इसके शरीर पर टाइगर जैसी काली सफेद धारियां बनीं होती हैं। डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए सब से ज्यादा जरूरी है कि मच्छरों की पैदावार को ही रोका जाए, क्योंकि इलाज की अपेक्षा परहेज ज्यादा बेहतर है। डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता अहम उपाय है।
डा. ढांडा ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए हर शुक्रवार को ड्राइ-डे के तौर पर मना कर अपने कूलरों, फ्रिजों आदि को साफ करके सुखाया जाए। सभी के सहयोग के साथ ही इस बीमारी से मुक्ति पाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि पिछले समय में भी जिला प्रशासन और लोगों की तरफ से दिए सहयोग के कारण ही डेंगू के मामलों में कमी आई थी, इसलिए उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस बार भी सेहत विभाग का पूरा -पूरा सहयोग दें। इस मौके पर सहायक सिविल सर्जन डा. जसदेव सिंह, जिला टीकाकरण अफसर डा. बलविदर कुमार, जिला एपीडीमोलोजिस्ट डा. जगदीप सिंह, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. हरप्रीत सिंह, जिला समूह शिक्षा और सूचना अफसर जगत राम, पीऐ अजय कुमार, ब्लाक एक्स्टेंसन एजूकेटर विकास विर्दी, हैल्थ इंस्पेक्टर राजीव कुमार, हैल्थ वर्कर लखवीर भट्टी सहित सेहत विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।