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गार्बेज फ्री सिटी के बाद मिला क्लीनेस्ट सिटी का अवॉर्ड

नवांशहर को नार्थ जोन में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में क्लीन सिटी का पहला स्थान मिला है। वीरवार को एसडीएम जगदीश सिंह जौहल कार्याकारी अधिकारी राजीव सरीन के साथ वीडियो कांफ्रैंसिग के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने नवांशहर के नंबर वन आने की घोषणा की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 10:37 PM (IST)Updated: Fri, 21 Aug 2020 06:11 AM (IST)
गार्बेज फ्री सिटी के बाद मिला क्लीनेस्ट सिटी का अवॉर्ड
गार्बेज फ्री सिटी के बाद मिला क्लीनेस्ट सिटी का अवॉर्ड

सुशील पांडे, नवांशहर : नवांशहर को नार्थ जोन में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में क्लीन सिटी का पहला स्थान मिला है। वीरवार को एसडीएम जगदीश सिंह जौहल, कार्याकारी अधिकारी राजीव सरीन के साथ वीडियो कांफ्रैंसिग के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने नवांशहर के नंबर वन आने की घोषणा की। यह सर्वे चार जनवरी से लेकर 25 जनवरी तक केंद्र से आई टीम की ओर से किया गया था। नवांशहर को 5145.17 अंक मिले हैं और 25 से लेकर 50 हजार की आबादी वाली कैटेगरी में पहला स्थान हासिल हुआ है। नवांशहर को पहला स्थान डाक्यूमेंटेशन, सर्टीफिकेशन, सिटीजन फीड बैक और फील्ड विजीट के सर्वे के बाद मिला है। 19 मई को भी मिली थी थ्री स्टार रेटिग

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केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से दी जाने वाली रेटिग में नवांशहर को थ्री स्टार रेटिग मई माह में मिली थी। नवांशहर को 50 हजार से कम आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में गार्बेज फ्री सिटी का खिताब मिला था। ये अवार्ड हासिल करने वाला नवांशहर इस कैटेगरी में उत्तर भारत का एकमात्र शहर था वर्ष 2019 में भी नवांशहर 3556 अंक हासिल कर पंजाब में पहले स्थान पर रहा था। नवांशहर को सबसे अधिक सफलता शहर में कूड़े के ढेरों को खत्म करने पर मिली। इसके अलावा घरों से गीला व सूखा कूड़ा इकट्ठा करने के बाद डंप तक ले जाने, खाद बनाने व एजेंसी की ओर से अपने तौर पर सर्वेक्षण तस्वीरों और लोगों के फीड बैक के मापदंडों के आधार पर यह रेटिग प्राप्त हुई थी। रोजाना शहर से इकट्ठा किया जा रहा 14 टन कूड़ा

नवांशहर से रोजाना 14 टन कूड़ा इकट्ठा किया जाता है। जिसको डंप पर बनाई गई 75 पिटों में डाला जाता है। एक पिट की सामर्थता पांच लाख टन कूड़े की है। जोकि बाद में 15 प्रतिशत खाद के तौर पर रह जाता है। बाक्स के लिए- ऐसे हुआ सर्वेक्षण पहले डाक्टूमेंटेशन अपलोड किए जाते हैं। इसके बाद सर्टीफिकेशन की जाती है। सर्टीफिकेशन में दो चीजें होती हैं। पहला गार्बेज फ्री सिटी जिसमें नवांशहर को मई माह में थ्री स्टार रेटिग मिली थी। दूसरे में यह कि कितने शौचायल बने हुए हैं और खुले में कितने लोग शौच जाते हैं। तीसरा सिटीजन फीड बैक। टीम की ओर से सर्वे वाले दिनों में शहरवासियों से सफाई को लेकर फीडबैक लिए गए थे। चौथा सर्वे टीम का फील्ड विजीट होता है। फील्ड में जाकर चक किया जाता है कि वाकई में काम हो रहा है या नहीं हो रहा है। -बाक्स के लिए- ये है डाक्यूमेंटेशन

डाक्यूमेंटेशन में बताया जाता है कि शहर में कितने शौचालय हैं। रोजाना कितना कूड़ा उठाया जा रहा है। कूड़े को प्रोसेस कितना किया जा रहा है। बाजारों में झाड़ू लगाया जाता है कि नहीं। सफाई सेवकों को अगर सुविधाएं मिलती हैं तो वो कौन कौन सी सुविधाएं होती हैं। लोगों की जागरूकता से ही मिला पहला स्थान : डीसी

इस बारे में डिप्टी कमिश्नर डा.शेना अग्रवाल का कहना है कि यह नवांशहर के लिए बड़ी गर्व की बात है कि नार्थ जोन में पहला स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि सफाई को लेकर नवांशहर के लोग जागरूक हैं। वहीं सफाई सेवकों की मेहनत है कि पूरे नार्थ भारत में नवांशहर के नाम को चमकाया है। उन्होंने कहा कि नगर कौंसिल का सारा स्टाफ बधाई का पात्र है।


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