सड़क पर खड़े रहते हैं वाहन, अकसर होते हैं हादसे
शहर में जगह-जगह बिना किसी व्यवस्था सड़के के किनारे खड़े वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं।
जेएनएन, नवांशहर : शहर में जगह-जगह बिना किसी व्यवस्था सड़के के किनारे खड़े वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं। रात के अंधेरे में इस तरह खड़े ज्यादातर वाहन खतरनाक साबित होते हैं। जानकारी होने के बावजूद ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। नवांशहर में ही बंगा रेलवे फाटक से लेकर यहां सरकारी अस्पताल के करीब चार किलोमीटर क्षेत्र में जगह-जगह बेतरतीब वाहन खड़े दिखाई देते हैं। यही हाल यहां बंगा मार्ग से चंडीगढ़ चौक के बीच कहा है। इस हिस्से में जहां जिसका मन करे वहीं लोग वाहन खड़े कर देते हैं। सैकड़ों वाहन इस एरिया में बेतरतीब खड़े रहते हैं। लोग सड़क पर वाहन खड़ा कर बाजार से सामान लाने चले जाते हैं। हाईवे का हिस्सा होने के कारण इस सड़क पर आने वाले वाहन भी 80 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से वाहन गुजरते हैं। लोगों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस में कर्मियों की संख्या बेहद कम है। अगर पुलिस प्रशासन शहर में ट्रैफिक की समस्या का हल चाहता तो ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की संख्या को बढ़ाना होगा।
सड़क पर लग रही गन्ने से लदी ट्रॉलियों की कतारें :
चीनी मिल में पिराई सीजन शुरू होने के कारण किसानों ने भी गन्ना मिल में लाना शुरू कर दिया है। शाम के समय हालात यह होते हैं कि सड़क पर गन्ने से लदी ट्रॉलियों की कतारें लग जाती हैं। धुंध व कोहरे के मौसम में भी जब ट्रॉलियां मिल के अंदर ले जाने की जगह नहीं बचती है उन्हें बाहर ही खड़ी करना पड़ता है। गन्ने की जो ट्रॉलियां सड़कों पर चलती है उनके पीछे रिफ्लेक्टर नहीं लगे होते हैं।
जागरूक करने के बावजूद नहीं समझते चालक
ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज रत्न सिंह ने कहा कि वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए विभिन्न संस्थाओं के अलावा ट्रैफिक पुलिस भी सेमिनार करवाती है, लेकिन इसके बावजूद लोग नियमों का उल्लंघन करते हैं। उन्होंने कहा, ट्रैक्टर-ट्रॉली चालकों को वाहनों के पीछे लाइट व बलिकर लगाने को को कहा गया है।