आप ने बिजली बिल जलाकर सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
पंजाब में बढ़ते बिजली दाम से खफा आम आदमी पार्टी ने चलाए जा रहे बिजली आंदोलन के दौरान बिजली के बिल जलाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदशर्न किया।
जागरण संवाददाता,नवांशहर: पंजाब में बढ़ते बिजली दाम से खफा आम आदमी पार्टी ने चलाए जा रहे बिजली आंदोलन के दौरान बिजली के बिल जलाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदशर्न किया। इस मौके पार्टी के सीनियर नेता गगन अग्निहोत्री ने मोहल्ला इंद्रापुरी, किरपा गेट के पास कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में पूरे देश में सबसे महंगी बिजली है, जबकि दिल्ली में केजरीवाल सरकार बिना किसी भेदभाव के 80 प्रतिशत लोगों को मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। कैप्टन अमरिदर सिंह को अरविद केजरीवाल से सीखना चाहिए कि कैसे आम जनता के लिए अच्छी नीयत से काम किया जाता है। इस मौके पर सुनील कुमार बिट्टा, धरमिदर शर्मा, चरणजीत कटारिया, रजनी, हीना, रमेश कुमार, लक्की ऐरी, मंगल बैंस, पिकी, तेजिदर तेजा आदि उपस्थित थे। किसान मोर्चा ने भक्त धन्ना जट्ट का जन्मदिवस मनाया जागरण संवाददाता, नवांशहर: संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान धरने के दौरान भक्त धन्ना जट्ट का जन्मदिवस मनाया। इस मौके पर किरती किसान यूनियन के प्रदेश वित्त सचिव हरमेश सिंह ढेसी, प्रदेश समिति मेंबर भूपिदर सिंह बड़ैच, गुरबख्श कौर संघा, सुरजीत कौर उटाल, प्रो़फेसर इकबाल सिंह चीमा, मुकंद लाल, रणजीत कौर महमूदपुर, परमजीत सिंह शहाबपुर व जरनैल सिंह खालसा नवांशहर ने किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को मानकर कृषि सुधार कानूनों को जल्द रद कर किसानों को राहत देनी चाहिए।
खराब मौसम व बारिश से चिंता में किसान
काठगढ़ : मौसम के खराब होने से दाना मंडी में फसल लेकर आए किसानों के चेहरे में चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। मंगलवार दोपहर 12 बजे के करीब मौसम में एकदम बदलाव आ गया और बारिश शुरू हो गई। इसी बीच किसानों ने फसल को ढकना शुरू कर दिया । मंडी में बैठे किसानों ने बताया कि अगर मौसम साफ रहता, तो एक महीने में आमद का काम समाप्त हो जाता, परंतु बारिश होने से गेहूं की कटाई पर भी प्रभाव पड़ा है। अब कटाई लेट रहेगी, तो आमद का काम भी लेट हो जाएगा। वहीं इस बारे में आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान सुभाष आनंद ने बताया कि मौसम की खराबी के चलते फसल लेकर आने वाले किसान ध्यान रखें कि जो गेहूं मंडी पहुंच गई है , उसे तो संभाला जा सकता है। इसके बाद मंडी के बाहर ट्रैक्टर ट्रालियों में रखी गेहूं को संभालना मुश्किल है।